ब्रैग्ज़िट की अनिश्चितता के कारण ब्रिटेन का कार उत्पादन खतरे में

लंदन, 14 फरवरी (मनप्रीत सिंह बधनीकलां) : ब्रैगज़िट समझौते के लक्षण के साथ ब्रिटेन की आर्थिकता को बड़ी चुनौती नज़र आ रही है। गत कुछ माह से कई बड़े कारोबारों को ताले लगे हैं या ब्रांचें कम कर दी गई हैं। कार उत्पादन पर इसका बड़ा असर पड़ रहा दिखाई दे रहा है। विश्व भर की प्रसिद्ध कारें बनाने वाली कम्पनी फोर्ड ने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थैरीसा मेय को फोन पर कहा है कि यदि ब्रैगज़िट समझौते पर नो डील (बिना समझौते) हुई तो वह अपने व्यापार को बचाने के लिए ब्रिटेन से बाहर चले जाएंगे। कम्पनी ने कहा कि नो डील ब्रैगज़िट कार उत्पादन के लिए बड़ा खतरा होगी। यूरोपीय व्यापार को बचाने के लिए हम जो बना सका करेंगे। वर्णनीय है कि फोर्ड की चार यूनिटें ब्रीज़इंड, डैगनहैम, हेलवुड और डनटन में 13000 मज़दूर काम करते हैं। समाचार के अनुसार कारोबारी नेताओं के साथ प्रधानमंत्री की हुई बातचीत के अवसर पर फोर्ड कम्पनी ने स्पष्ट किया है कि वे विदेश में इसका विकल्प ढूंढने की तैयारी कर रहे हैं। बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार द्वारा प्रभावित होने वाले व्यापारों के लिए आर्थिक सहायता की तैयारी की जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार फोर्ड की तरह अन्य कम्पनियों ने भी चेतावनी दी है। गत सप्ताह निसान कम्पनी ने भी सुंदरलैंड में एक्स ट्रायल कार न बनाने की घोषणा की है, जबकि जनवरी में लैंडरोवर द्वारा 4500 नौकरियां समाप्त करने की घोषणा की थी। टोयटा द्वारा भी सरकार को नो डील से परहेज करने की सलाह दी गई है। इसके अलावा फोर्ड द्वारा खर्च कम करने के लिए ब्रिज़इंड प्लांट में 1000 नौकरियां समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने कहा है कि व्यापारों में स्थिरता लाने के लिए सबसे बढ़िया ढंग सांसदों द्वारा प्रधानमंत्री द्वारा किए ब्रैगज़िट समझौते का समर्थन करना होगा। समाचार के अनुसार कार उत्पादन को ब्रैगज़िट के साथ-साथ डीज़ल कारों की बिक्री कम होने और चीन में बिक्री की दर धीमी होने के कारण बड़ा नुक्सान हो रहा है।