ज्यादा दिन तक जुकाम रहना खतरनाक 


आमतौर पर लोग जुकाम को साधारण रोग समझ कर इसका उचित उपचार नहीं कराते मगर यह रोग पुराना हो जाने पर भयंकर रूप अख्तियार कर लेता है व अन्य कई बीमारियों को पैदा करने में मुख्य भूमिका निभाता है।
जुकाम के विषाणु जब बढ़ जाते हैं तो इनका आकार बढ़ जाता है, जिसकी वजह से श्वास नलिका में सूजन होने के कारण सांस लेने में परेशानी होती है। इससे खांसी, निमोनिया, टी.बी. आदि जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं। अत: समय समय रहते ही इसका उपचार करा लेना आवश्यक है।
सावधानियां
* जुकाम का रोग हो तो भोजन बंद करना चाहिए क्योंकि जुकाम होने पर कुदरती तौर पर भूख कम हो जाती है व भोजन बेस्वाद लगने लगता है। शरीर की इसी कुदरती क्रिया की मदद हेतु भोजन बंद करना आवश्यक हो जाता है।
* रात को अधिक देर तक नहीं जागना चाहिए।
* शरीर को ठंड से बचाने के लिए मोटे व ऊनी कपड़ों का प्रयोग करें।
* विटामिन सी उपयुक्त मात्रा में लें क्योंकि विटामिन सी की कमी से शरीर में बीमारी से लड़ने की क्षमता नहीं रहती।
* किसी प्रकार का नशा करना हानिकारक है।
* डाक्टर के परामर्श के बिना कोई दवाई न लें।
* जुकाम के विषाणु शीघ्र ही फैल जाते हैं, अत: रोगी के कपड़े बिल्कुल अलग होने चाहिएं।
* जगह-जगह थूकने से बचें। उपयुक्त स्थान पर ही थूकें।
* जुकाम अधिक दिन तक ठीक न हो तो तुरंत चिकित्सक की सलाह ले लेनी चाहिए, क्योंकि यह निमोनिया का रूप भी ले सकता है।
* बासी भोजन कदापि न करें।
* मिर्च, मसाले वाले पदार्थों का सेवन भी अधिक नहीं करना चाहिए।
उपचार
* जुकाम के साथ कफ वाली खांसी भी हो तो शहद, वासा चूर्ण, भारंगी चूर्ण, तीनों को बराबर मात्रा में मिलाकर सुबह शाम सेवन करने से लाभ होता है।
* अगर जुकाम के साथ कब्ज़ भी हो तो आधा चम्मच छोटी हरड़ का चूर्ण लेने से आराम मिलता है। नींबू पानी लेना भी हितकर है।
* तुलसी की पत्तियों को पानी में खूब उबालें। जब काढ़ा बन जाए तो दूध और मिश्री मिला दें। इसके नियमित सेवन से जुकाम दूर हो जाता है।
* जुकाम के साथ बुखार भी हो तो छोटी पीपल को पीसकर उसमें तुलसी के पत्तों का रस व शहद मिलाकर सेवन करें।
* अदरक के रस में शहद मिलाकर चाटने से भी लाभ होता है।
* एक गिलास पानी में तीन-चार लौंग डालकर उबालें। आधा गिलास होने के पश्चात् उसे छान लें तथा नमक मिलाकर थोड़ा-थोड़ा करके पिएं। 
इससे पुराना जुकाम भी ठीक हो जाता है। (स्वास्थ्य दर्पण)
—भाषणा बांसल