पंजाब के पानी को बाहर नहीं जाने देंगे : कैप्टन 


राजपुरा, 19 फरवरी (प्रिंस तनेजा, सुशील शर्मा): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आज पटियाला और फतेहगढ़ साहिब ज़िलों के 409 गांवों में नहरी पानी पर आधारित जल सप्लाई मुहैया करवाने के लिए तीन बड़े प्रोजैक्टों का शिलान्यास करते पंजाब निवासियों को भरोसा दिलाया कि वे राज्य में गिरते जा रहे भूमिगत जलस्तर को बचाने और पंजाब के लोगों को पीने के लिए साफ़ और शुद्ध पानी मुहैया करवाने के प्रति वचनबद्ध हैं। मुख्यमंत्री ने इस दौरान बहादुरगढ़ और इसके निकट के 10 गांवों के क्लस्टर में सीवरेज प्रोजैकट लगाने की भी शुरुआत करवाई। वर्णनीय है कि पटियाला ज़िले के इस क्षेत्र में पानी में फलोराइड की मात्रा अधिक होने के कारण हड्डियों और दांतों में फ्लोरोसिस की समस्या पैदा हो रही है।
इस मौके मुख्य मंत्री ने विशाल जन सभा को संबोधन करते हुए ज़ोर दे कर कहा कि सरकार पंजाब के पानी को राज्य से बाहर जाने की अनुमति नहीं देगी। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि अगर हमने अब भी पानी की संभाल न की तो आने वाली पीढ़ियों के लिए कुछ भी नहीं छोड़कर जायेंगे। मुख्य मंत्री ने कहा कि आज पानी इतना गहरा चला गया है कि गरीब किसान अपनी फसलों की सिंचाई के लिए बड़ी मोटरें और गहरे टयूबवैल लगवाने की हिम्मत नहीं कर सकते।  
 इस से पहले पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए मुख्य मंत्री ने इन प्रोजेक्टों को लोगों की बेहतरी और भलाई के लिए आरंभ किए प्रोजेक्ट बताते हुए कहा कि इन प्रोजेक्टों को आगामी लोक सभा मतदान के साथ नहीं जोड़ कर नहीं देखना चाहिए। मुख्यमंत्री ने घनौर के विधायक मदन लाल जलालपुर की तरफ  से रखी मांग को पूरा करते हुए गांव मंडौली में 4.70 करोड़ रुपए की लागत के साथ सीवरेज प्रोजेक्ट लगाने का भी ऐलान किया।
इस दौरान करवाए समागम को संबोधन करते हुए पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री परनीत कौर ने कहा कि आज शुरू किये गए इन प्रोजेक्टों का क्षेत्र के लोगों पर लंबे समय के लिए अच्छा प्रभाव पड़ेगा और यह यहाँ के लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए मददगार साबित होंगे, जो कि प्रदूषित पानी पीने के लिए मजबूर थे। 
मुख्यमंत्री की तरफ से आज आरंभ किए गए कुल 520 करोड़ रुपए की लागत से नहरी पानी पर आधारित साफ़ और शुद्ध पीने वाले जल सप्लाई और सीवरेज के इन प्रोजेक्टों का 5.28 लाख लोगों को लाभ मिलेगा। इस में से जल सप्लाई के प्रोजेक्टों की लागत 475 करोड़ रुपए और नबार्ड की सहायता से बहादुरगढ़ और आस पास के 10 गांवों की 41505  की आबादी के लिए 45 करोड़ रुपए की लागत वाला सीवरेज प्रोजेक्ट लग रहा है। श्री फतेहगढ़ साहिब के गांव नानोवाल में 112 करोड़ रुपए की लागत के साथ 3.50 एकड़ ज़मीन में लगने वाले इस प्रोजेक्ट से खेड़ा ब्लाक के 69 गांव, बस्सी पठाना ब्लाक के 23 गांव लाभ उठाएंगे। जबकि 241.18 करोड़ रुपए की लागत वाले अकेले मंडौली वाले ट्रीटमेंट प्लांट से रोजना 3.50 करोड़ लीटर साफ़ और शुद्ध पीने योग्य पानी की आपूर्ति 204 गांवों को प्रदान की जाएगी, जिनमें घनौर विधान सभा क्षेत्र के 146 गांव, राजपुरा के 12 गांव और सनौर के 46 गांव कवर होंगे और 3.65 लाख लोगों को साफ़ और शुद्ध पीने योग्य पानी उपलब्ध होगा। इसी तरह 122 करोड़ रुपए की लागत वाले गांव पब्बरा के जल ट्रीटमेंट प्लांट से 112 गांवों को 1.80 करोड़ लीटर जल सप्लाई हर रोज होगी। इन गांवों में 25 गांव घनौर क्षेत्र के, 62 गांव राजपुरा के, 23 गांव सनौर के और 2 गांव फतेहगढ़ साहिब के हैं, यहां से 1.63 लाख लोगों को जल सप्लाई होगी और 179 किलोमीटर डी. आई. पाईप लाईने बिछाईं जाएंगी।
समागम दौरान राजपुरा विधायक हरदियाल सिंह कंबोज, मुख्य मंत्री के मीडिया सलाहकार श्री रवीन ठुकराल, पी. आर. टी. सी. के चेयरमैन के. के. शर्मा, पंजाब समाज भलाई बोर्ड की चेयरपर्सन गुरशरन कौर रंधावा, नगर निगम के मेयर संजीव शर्मा बिट्टू, सीनियर डिप्टी मेयर स. योगिन्दर सिंह योगी, डिप्टी कमिश्नर कुमार अमित, एस. एस. पी मनदीप सिंह सिद्धू, जल सप्लाई और सेनिटेशन के हैड अश्वनी कुमार, एस. डी. एम  शिव कुमार सहित इलाके के गाँवों के निवासी और अन्य गण्मान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।