अब लेट आने वाले अध्यापकों पर भी होगी कार्रवाई

वरसोला, 19 फरवरी (वरिन्द्र सहोता): शिक्षा विभाग पंजाब ने लेट लतीफ और फरलो मारने वाले स्कूल अध्यापकों और अन्य स्टाफ सदस्यों पर शिकंजा कसने का फैसला लेकर इस पर तेज़ी से अमली कार्रवाई आरम्भ कर दी है। इसके तहत शिक्षा विभाग द्वारा सख्त आदेश जारी करते हुए उन्होंने स्कूलों में हाज़री सिर्फ बायो मीट्रिक मशीनों पर लगाने के आदेश जारी किए हैं, जिनके अंदर बायो मीट्रिक मशीनें लगी हुई हैं। विभाग ने स्पष्ट किया है कि इस सिस्टम को चलते हुए काफी समय हो गया है और भिन्न-भिन्न ज़िलों में ज़िला एम.आई.एस. टीम इस सिस्टम की खामियों को भी दूर कर चुकी है। इसलिए ऐसे स्कूलों में अब कोई भी अध्यापक या कर्मचारी अपनी हाज़री रजिस्टर में नहीं लगाएगा, बल्कि हाज़री सिर्फ बायो मीट्रिक मशीनों पर ही लगाई जाएगी। परन्तु ऐसे अध्यापक व कर्मचारी जिनकी उंगलियां किसी कारण मशीन पर स्कैन नहीं होतीं और जिनको एम.आई.एम. टीम ने उंगलियां चैक करके छूट दी हुई है, सिर्फ वह ही रजिस्टर में हाज़री लगा सकते हैं। इन आदेशों को तुरन्त लागू करते हुए डायरैक्टर जनरल स्कूल शिक्षा पंजाब ने समूह ज़िलों के ज़िला शिक्षा अफसरों और ज़िला एम.आई.एस. कोआर्डीनेटरों को इस संबंध में तुरन्त आवश्यक कदम उठाने के निर्देश किए हैं। यहां तक कि समूह डी.डी.ओज़. को निर्देश किए गए हैं कि वह इसी महीने भाव फरवरी-2019 से वेतन सिर्फ बायो मीट्रिक सिस्टम से जनरेट हुई रिपोर्ट के आधार पर ही बनाएं। इस बारे जानकारी देते हुए एक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विभाग ने सरकारी और एडिड स्कूलों के अंदर अध्यापकों व अन्य स्टाफ सदस्यों की 100 प्रतिशत और सारा समय हाज़री सुनिश्चित बनाने के उद्देश्य से अहम् फैसला किया है। यह भी जानकारी मिली है कि विभाग बायो मीट्रिक हाज़री सिस्टम को 100 प्रतिशत स्कूलों के अंदर लागू करने जा रहा है। इस तहत शेष 18924 स्कूलों के अंदर भी अगले महीने ही बायो मीट्रिक मशीनें लगाई जाएंगी। ऐसे शेष स्कूलों में 12606 प्राईमरी, 2544 मिडल, 2150 हाई और 1092 सीनियर सैकेंडरी स्कूल शामिल हैं।