कम्पनियों ने एल्यूमीनियम के भाव बढ़ाये: निकिल-कॉपर-पीतल उछले

नई दिल्ली, 24 फरवरी (एजेंसी): गत सप्ताह लंदन मैटल एक्सचेंज में एल्यूमीनियम के भाव 50 डॉलर प्रति टन बढ़ गये, जिससे अधिकतर बड़ी कम्पनियों ने 5 रुपए किलो सप्ताहांत में बढ़ा दिये। यहां भी नीचे वाले भाव से 3/5 रुपए किलो का एल्यूमीनियम, कॉपर, पीतल व निकिल में 30 रुपए का उछाल आ गया। माल की कमी होने से थोड़ी और तेजी के आसार बन गये हैं। आलोच्य सप्ताह लंदन मैटल एक्सचेंज में बड़े सटोरियों की लिवाली से एल्यूमीनियम में 1827 डॉलर से बढ़कर 1890 डॉलर प्रति टन भाव हो गये। दूसरी ओर मंदे भाव पर काफी माल सीजी इंगट का सप्ताह के पूर्वार्द्ध में कट चुका था, जिससे कम्पनियों ने 5 रुपए किलो एल्यूमीनियम के भाव बढ़ा दिये। फलत: यहां भी सीजी इंगट नीचे में 148 रुपए बिकने के बाद 154 रुपए की ऊंचाई पर जा पहुंचा। इसके साथ-साथ वायर स्क्रेप नीचे वाले भाव से 3 रुपए बढ़कर 146 रुपए एवं शीट कटिंग 141 रुपए पर जा पहुंचे। गौरतलब है कि कुछ कम्पनियों ने सप्ताह के  पहले दिन ही दो/तीन रुपए किलो घटाकर व्यापार किया था, जिससे एक बार टैम्प्रेरी अधिकतर अलौह धातुओं में मंदा आ गया था, लेकिन सप्ताह के अंतिम दिन 5 रुपए किलो भाव बढ़ने से सप्ताहांत में तेजी लिये बाजार बंद हुए। बर्तन भी नीचे में 129 बिकने के बाद 132 रुपए पर बंद हुआ। इसके अलावा निकिल, हाजिर माल की कमी होने एवं एलएमई के तेज समाचार से यहां 30 रुपए छलांग लगाकर रसियन प्लेट 985/995 रुपए पर पहुंच गयी। इसके समर्थन में इंको के भाव भी 1340 रुपए पर 30 रुपए बढ़ गये। कॉपर भी एलएमई में 289 डॉलर बढ़कर 6495 डॉलर प्रति टन हो जाने से यहां भी 7 रुपए की बढ़त पर आरमेचर 446 रुपए एवं 441 रुपए प्रति किलो हो गये। पीतल के विभिन्न स्क्रैप में भी 6 रुपए बढ़कर पुर्जा 334 रुपए, चादरी देशी 338 एवं हनी 341 रुपए की ऊंचाई पर जा पहुंचे। गनमैटल की आवक भी पुराने मालों की घट गयी, जिससे इसमें भी 40 रुपए का इजाफा हो गया। टिन इंगट भी शुक्रवार को 836 डॉलर बढ़कर 12911 डॉलर प्रति टन पर बंद हुआ जिससे यहां भी अंतिम दिन 50 रुपए छलांग लगाकर इंडोनेशिया 1830 रुपए प्रति किलो हो गया।