पैंशन से वंचित हुए सेवानिवृत्त पी. आर. चौकीदार मौत के लिए ‘फांसी के फंदे’ भेंट करेंगे

लुधियाना, 24 फरवरी (भूपिंदर बैंस) : चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संगठन के प्रातेशिक नेता रणजीत सिंह राणवां ने बताया कि वित्तीय विभाग पंजाब द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को नज़रअंदाज करके, खाद्य सिविल सप्लाईज़ और उपभोक्ता मामले विभाग पंजाब के सेवामुक्त पी.आर. चौकीदार की पैंशन ज़बरन बंद करने के विरुद्ध चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और पीड़ित परिवारों द्वारा 11 फरवरी को चंडीगढ़ अनाज भवन समक्ष रोष रैली कर अपने खून के साथ भरे प्याले वित्तीय विभाग के अधिकारियों को भेंट किए गए थे, जिस दौरान चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के प्रमुख नेताओं जिनमें सज्जन सिंह, रणजीत सिंह राणवां को चलती रैली के दौरान मुख्यमंत्री पंजाब के ओ.एस.डी. गुरप्रीत सिंह ढेसी द्वारा मांग पत्र प्राप्त करते आश्वासन दिया गया था कि संगठनों के नेताओं के साथ जल्दी वित्तमंत्री पंजाब की जल्दी बैठक नियत करवाकर पैंशनें चालू करने संबंधी फैसला ले लिया जाएगा परंतु अभी तक बंद पैंशनें चालू नहीं की और न ही बैठक की गई है, उल्टा पैंशनरों के बैंक खाते जाम करके पहले जमा राशि निकलवाने पर भी रोक लगा दी है। राणवां ने कहा कि पी.आर. चौकीदारों ‘आरजी’ को सेवा मुक्ति उपरांत पैंशनें देने संबंधी फैसला माननीय अदालत द्वारा दिया गया है, इसके लिए यदि जाम किए बैंक खाते तुरंत चालू कर पैंशनें न डाली तो पीड़ितों और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों द्वारा पंजाब के वित्तमंत्री और खाद मंत्री को उनके रिहायशी घरों में घेर कर फांसी के फंदे भेंट किए जाएंगे।