दिहाड़ी करने को मजबूर है आतंकवाद के दौरान भर्ती किए गए सैकड़ों एस.पी.ओज़

बठिंडा, 2 मार्च (अ.स.) : पंजाब में आतंकवाद के दौरान बनाई गई विशेष फोर्स के एस.पी.ओज़ (स्पैशल पुलिस ऑफिसर्ज) जिन को कुछ समय पहले सरकार ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया है, अब वह दिहाड़ी लगाकर अपना गुजारा कर रहे है। 5 साल से लेकर 15 साल तक बतौर एस.पी.ओ. सेवा देने वाले कस्बे के अंदर एक हज़ार से ज्यादा इन आई.पी.ओज़ ने समय-समय पर डी.जी.पी. और उस समय के नेताओं के पास उनकी बहाली के लिए गुहार लगाई गई। पर किसी ने भी उनका हाथ नहीं थामा। एस.पी.ओज़ नौकरी से निकाल गए जिला श्री मुक्तसर साहिब से संबंधित राम कुमार सोलंकी, फरीदकोट से तरसेम राज, बठिंडा से रघबीर सिंह सहित कई ओर एस.पी.ओज़ ‘अजीत समाचार’ के उप कार्यालय बठिंडा पहुंचे थे। जिन्होंने अपना दु:ख सुनाते हुए उन्हें पंजाब होम गार्ड के जवानों जिन्हें 20 साल बाद पंजाब पुलिस में पुन: बहाल किया गया है। की तज़र् पर पंजाब पुलिस या होम गार्ड में बहाली की मांग की है। उनका कहना है कि वह बिना किसी शर्त फोर्स को ज्वाईन करने के लिए तैयार है। अपनी नौकरी जाने के कारण ज़िंदगी की तलखी के मौके कई एस.पी.ओज़ ने सरकार के ऊपर आतंकवाद के दौरान उन्हें बलि का बकरा बनाए जाने के भी आरोप लगाए। उनका कहना है कि आतंकवाद के संघर्ष के दौरान उनके कई साथी शहीद हो गए और कई अपाहिज हो गए। परंतु सरकार ने उनको पक्का करने की बजाए नौकरी से निकालने का उन्हें तोहफा दे दिया। ‘अजीत समाचार’ पहुंचकर अपनी व्यथा सुनाते हुए बताया। इन में गुरमीत सिंह भगवानगढ़, सुखराम सिंह मंगहाली, जगदीश भलाईआणा, सुनील कुमार खेमाखेड़ा, रोशन लाल ठठी भाई मोगा भी शािमल थे। उन्होंने कहा कि यदि उनकी सुनवाई न हुई तो वह मोती महल का दरवाज़ा खटखटाने को मज़बूर होंगे।