नीं चोर दे भुलेखे साध कुटिया गया...!

फिरोज़पुर, 3 मार्च (जसविन्द्र सिंह संधू): भारत-पाक में पैदा हुए तनाव के दौरान सीमावर्ती क्षेत्र में बैड शीट, कंबल आदि बेचने वाले गु्रप के कुछ सदस्य जासूसी के शक के घेरे में आने के पश्चात् सुरक्षा एजेंसियों द्वारा सख्ती से जांच का हिस्सा बनाने के पश्चात् कुछ भी गलत न पाए जाने पर इनको बाइज्जत रिहा कर दिया गया है। वर्णनीय है कि गत दिन उत्तर प्रदेश के ज़िला मुरादाबाद से मुहम्मद शाहऱुख व उसके साथी फिरोज़पुर ज़िले में समान बेचने आए थे। सीमावर्ती गांवों में घूमने के समय गांव लक्खा हाजी नज़दीक मुहम्मद शाहऱुख को बी.एस.एफ द्वारा जासूसी करने के शक के आधार पर काबू कर लिया गया था। तलाशी लेने के समय उसके कब्जे में जो फोन बरामद हुआ था, उसमें वट्सएप्प पर इस्लाम के नाम पर अनेकों ग्रुप चलते थे और जी.एस.टी. पंजाब का ग्रुप भी चलता था, जिसमें पाकिस्तान से संबंधित कुछ व्यक्तियों के नंबर भी उपस्थित थे। मोबाईल फोन से सिद्ध होता था कि उसका करीब डेढ दर्जन पाकिस्तानी व्यक्तियों के साथ सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है। बी.एस.एफ द्वारा उसको हिरासत में लेने के पश्चात् पूछताछ के पश्चात् पुलिस हवाले कर दिया था, जिसके दौरान पुलिस ने मुहम्मद शाहऱुख और उसके कुछ और करीब आधी दर्जन साथियों को पूछताछ के घेरे में लेते हुए बारीकी से जांच-पड़ताल की ताकि मामले की गंभीरता से जांच की जा सके। सीनियर पुलिस कप्तान संदीप गोयल ने बताया कि पकड़े गए उक्त व्यक्तियों की जांच पड़ताल की गई है और उनके संबंधित क्षेत्र उत्तर प्रदेश मुरादाबाद की पुलिस से भी पता लगाया गया है और कुछ भी गलत सामने नहीं आया। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा जांच पड़ताल करने के पश्चात् उक्त व्यक्तियों को बाईज्जत रिहा कर दिया गया।