अपने अधिकारों को लेकर कितनी जागरूक हैं आप ?

इसमें कोई दो राय नहीं है कि भारत में महिलाओं की स्थिति आज भी पुरुषों के मुकाबले काफी खराब है। लेकिन इसके लिए जहां समाज की पारंपरिक सोच जिम्मेदार है, वहीं खुद महिलाएं भी। क्योंकि भारतीय संविधान के तहत उन्हें पुरुषों से बराबरी के बहुत सारे अधिकार हासिल हैं, जिन्हें वह जागरूक न होने के कारण कभी हासिल नहीं कर पातीं। क्या कहा आप इस बात को नहीं मानतीं? आइये इस क्विज़ के जरिये जानते हैं कि आम महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति कितनी जागरूक हैं?
1. अगर किसी लड़की के पिता, मरने से पहले अपनी कोई वसीयत नहीं बनायी है, तो उनकी प्रॉपर्टी में उनकी लड़की को कानूनन कितना हिस्सा मिल सकता है?
क- मां और भाई के बराबर
ख- भाई से कम मां से ज्यादा
ग- कुछ भी नहीं
2. क्या शादी के बाद पति की संपत्ति में महिला का मालिकाना हक हो जाता है, जैसे वह पति से गुजारा भत्ता पाने की हकदार हो जाती हैं।
क- नहीं
ख- फि फ्टी-फि फ्टी
ग- पता नहीं
3. अगर बिना किसी वसीयत के पति की मृत्यु हो जाए तो क्या उसकी संपत्ति में उसकी पत्नी का कानूनन हक बनता है?
क- हां, मगर एक अनुपात में
ख- यह तो पति के घर वालों की मर्जी पर निर्भर है
ग- पता नहीं
4. क्या कोई महिला अपनी संपत्ति से अपने बच्चों को बेदखल कर सकती है?
क- बिल्कुल नहीं
ख- हां, बिल्कुल
ग- पता नहीं
5. क्या लिव इन रिलेशनशिप में भी महिला के विरुद्ध की गई हिंसा पर डोमेस्टिक वायलेंस एक्ट लागू होता है?
क- हां, लिव इन रिलेशनशिप में भी महिलाओं को प्रोटेक्शन हासिल है।
ख- नहीं, प्रोटेक्शन नहीं हासिल
ग- पता नहीं
निष्कर्ष- अगर आपने सभी सवालों को ध्यान से पढ़ा है और उसके उसी संभावित जवाब पर सही का निशान लगाया है, जिसे आप सही मानती हैं, तो महिलाओं के कानूनी अधिकारों के संदर्भ में आपकी जागरुकता कुछ इस प्रकार से है-
क- अगर आपने 5 में से सिर्फ  एक ही ऐसे सवाल का जवाब दिया है, जिसके एवज में आपको 5 नंबर मिले हैं तो कहना होगा कि आप चाहे जितनी मॉडर्न हों, चाहे जितनी टैक्नोसैवी हाें लेकिन महिलाओं को मिले कानूनी अधिकारों के बारे में आपकी जानकारी न के बराबर है या यूं कहें कि आप इन कानूनों के प्रति जागरुक नहीं हैं।
ख- यदि आपको कुल 10 अंक मिले हैं तो महिलाओं के कानूनी अधिकारों को लेकर आपमें एक स्तर की सजगता तो है, लेकिन पूरी तरह से आप महिलाओं को मिले कानूनी हकों के संबंध में जागरुक नहीं हैं।
ग- यदि आपने 10 से ज्यादा अंक हासिल किये हैं तो निश्चित रूप से आप न सिर्फ  अपने निजी अधिकारों बल्कि महिलाओं को मिले तमाम कानूनी अधिकारों को लेकर  पूरी तरह से जागरूक हैं।

-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर
प्रस्तुत-पिंकी अरोड़ा