शेयर बाज़ार : सेंसेक्स 379 अंक उछला


मुंबई, 5 मार्च (भाषा) : भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम होने और सकारात्मक वृहदआर्थिक परिदृश्य के बीच वाहन , वित्त और बिजली कंपनियों के शेयरों में लिवाली से मंगलवार को बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स करीब 379 अंक उछल कर 36,442 अंक पर बंद हुआ।  इसी तरह , नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी लगभग 124 अंक बढ़कर 11,000 अंक के आसपास बंद हुआ। बीएसई का सेंसेक्स सुबह बढ़त के साथ 36,141.07 अंक पर खुला।
 कारोबार के दौरान 35,926.94 अंक से 36,457.44 अंक के दायरे में रहा। इस दौरान सेंसेक्स में 530 अंक से ज्यादा का उतार -चढ़ाव देखा गया है। अंत में सेंसेक्स 378.73 अंक यानी 1.05 प्रतिशत बढ़कर 36,442.54 अंक पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी सूचकांक 10,864.85 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 10,817.00 अंक से 10,994.90 अंक के दायरे में घटने- बढ़ने के बाद अंत में 123.95 अंक यानी 1.14 प्रतिशत बढ़कर 10,987.45 अंक बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों के शेयरों में से 23 में तेजी दर्ज की गई जबकि सात कंपनियों के शेयर गिर गए। सेंसेक्स के शेयरों में टाटा मोटर्स का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा।  इसके शेयर में 7.72 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। इसके बाद हीरो मोटो कॉर्प का शेयर मूल्य 5.28 प्रतिशत और एक्सिस बैंक का शेयर 4.12 प्रतिशत चढ़ गया।     इसके अलावा ओएनजीसी, कोल इंडिया, टाटा स्टील, एनटीपीसी, मारुति, और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में 3.96 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गई। 
सेंसेक्स में शुमार कंपनियों में इंफोसिस के शेयर 1.15 प्रतिशत, हिंदुस्तान यूनिलीवर का शेयर 0.62 प्रतिशत और टीसीएस का शेयर 0.19 प्रतिशत गिर गया। इस बीच, फरवरी महीने में देश के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में तेजी देखी गई। नये कार्यों के लिये आर्डर बढ़ने से सेवा क्षेत्र में मजबूती दर्ज की गई। इससे उत्पादन एवं रोजगार सृजन में तेजी आई। मंगलवार को जारी मासिक सर्वे में यह बात कही गई है। निक्केई इंडिया सेवा व्यापार गतिविधि सूचकांक जनवरी में 52.2 से बढ़कर फरवरी में 52.5 पर पहुंच गया। यह उत्पादन में वृद्धि को बताता है। एक हफ्ते की गिरावट के बाद अब भारतीय शेयर बाजारों में थोड़ा ठहराव दिख रहा है। भारत ने पाकिस्तान में आतंकी संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाया था। जिसके बाद दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंकाओं के चलते निवेशकों के सतर्क रुख अपनाने से बाजार में उतार-चढ़ाव हो रहा था। हालांकि, युद्ध के बादल छंट जाने के साथ निवेशकों ने राहत की सांस ली है। जियोजित फाइनेंशिल सर्विसेज लिमिडेट के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘भू-राजनीतिक तनाव कम होने से निवेशकों की धारणा को बल मिला है, जिससे आम चुनाव से पहले शेयर बाजारो में तेजी का रुख देखने को मिल रहा है। 
दूसरी ओर एक साल के खराब प्रदर्शन के बाद मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियों के शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया।’ वैश्विक स्तर पर एशियाई शेयर बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। चीन ने अपनी आर्थिक वृद्धि दर के घटाकर 6 से 6.5 प्रतिशत के दायरे में रहने की घोषणा की है।   अमेरिका और चीन के बीच व्यापार मोर्चे पर चल रही वार्ता को लेकर वैश्विक स्तर पर निवेशक सर्तकता भरा रुख अपना रहे हैं।