सीपीओ में मंदा : सरसों-सोया गिरकर तेज़ हुए

नई दिल्ली, 10 मार्च (एजेंसी): गत सप्ताह सीपीओ में ऊंचे भाव पर बिकवाली का दबाव आते ही सप्ताहांत में 50 रुपए का कांदला में मंदा आ गया। मलेशिया में भी इसके भाव पांच डॉलर प्रति टन नीचे आ गये। वहीं सरसों पिछले एक पखवाड़े में आई भारी गिरावट के बाद नीचे वाले भावों में लिवाली आते ही राजस्थान की मंडियों में 50/60 रुपए बढ़ गयी। यहां भी 25/30 रुपए सुर्ख बोली गयी। इसके तेल में 100 रुपए का इजाफा हो गया। सोया डीओसी भी 1500/1600 रुपए प्रति टन निर्यातकों की निवाली से उछल गयी। आलोच्य सप्ताह मलेशिया में सीपीओ बढ़े हुए भावों पर वहां के निर्यातकों की बिकवाली से पांच डॉलर घटकर 525 डॉलर प्रति टन रह गया। यहां भी पिछले सप्ताह की आई मजबूती के बाद मलेशिया के मंदे समाचार आते ही लिवाल पीछे हट गये। इसके चलते 50 रुपए घटकर 3650 रुपए कांदला में भाव रह गये। उत्तर भारत के लिए वहां से पूरे सप्ताह के अंतराल 14-15 टंकी तेल का व्यापार 3780 रुपए के भाव पहुंच में होने की खबर थी। दूसरी ओर सरसों में आई भारी गिरावट के बाद तेल मिलों तथा कुछ बाहरी टे्रड के स्टॉकिस्टों की लिवाली से जयपुर में 50/75 रुपए बढ़कर 42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों 3970/ 3975 रुपए प्रति क्विंटल हो गयी। निवाई, टोंक लाइन में यह नीचे में कंडीशन वाली 3675/3700 रुपए एवं नई तेल की प्रतिशतता के हिसाब से 3300/3400 रुपए नीचे में बिक गयी थी। बाद में सब में औसतन मजबूती लिये बाजार बंद हुए। सरसों की आवक राजस्थान, एमपी, यूपी एवं हरियाणा आदि सभी राज्यों की मंडियों में साढ़े तीन लाख बोरी के करीब हो गयी थी, लेकिन सूखे माल में स्टॉकिस्ट प्रचुर मात्रा में खरीद किये।