उत्पादन बढ़ने से चीनी में मंदा : गुड़ में मज़बूती

नई दिल्ली, 10 मार्च (एजेंसी): गत सप्ताह भी चीनी के उत्पादन में लगातार इजाफा बना रहा। वहीं पिछले दिनों समर्थन मूल्य बढ़ने के नाम पर आई तेजी के बाद लिवाल पीछे हट गये। त्यैरी मांग भी पिट गयी, क्योंकि वितरक मंडियों में पहले के ही माल स्टॉक में पड़े हुए हैं, जिसके चलते 40/60 रुपए प्रति क्विंटल तक मिलों में डीओ घटाकर बनने की खबर थी। यहां तक कि कुछ मिलों ने समर्थन मूल्य से नीचे चीनी बेच दी। दूसरी ओर गुड़ का स्टॉक अधिक होने के बावजूद नीचे वाले भावों में लोकल व चालानी मांग निकलने से 50/100 रुपए की मजबूती आ गयी। आलोच्य सप्ताह देश में चीनी का उत्पादन 230 लाख टन से बढ़कर 250 लाख टन को पार गया, जिसके चलते मिलों में बिकवाली का प्रेशर बढ़ गया। दूसरी ओर चीनी को कोटा इससे बीते सप्ताह तीन लाख टन अधिक छोड़ दिया गया। वितरक मंडियाें में पुरानी चीनी ही नहीं निकल पायी थी, जिसके चलते महाराष्ट्र, यूपी, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक एवं बिहार की मिलों में ग्राहकी का भारी सन्नाटा होने से 40/60 रुपए लुढ़ककर मिलों में चीनी के डीओ 3080/3140 रुपए क्वालिटीनुसार रह गये। कुछ बढ़िया चीनी रिफाइंड के नाम पर 3180/3190 रुपए भी बोली गयी। गौरतलब है कि चीनी का उत्पादन गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 17 लाख टन अधिक बन चुकी है। उत्तर भारत में मौसम का तापमान अभी कम रहने से मिलों में चीनी के उत्पादन में लगातार इजाफा चल रहा है तथा गन्ने का दबाव बना हुआ है। इसे देखते हुए चीनी का उत्पादन 350-355 लाख टन पहुंचना कोई बड़ी बात नहीं है। पुरानी चीनी भी स्टॉक में बची है। जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चीनी के भाव नीचे होने से निर्यात के आसार कम दिखाई दे रहे हैं। आगामी 14 मार्च से एक महीने के लिए शादियां बंद हो जायेगी।