जीबी मुक्केबाजी चैंपियनशिप : कविंदर को स्वर्ण, भारत को 8 पदक

नई दिल्ली, 11 मार्च (वार्ता) : कविंदर सिंह बिष्ट की स्वर्ण पदक कामयाबी के साथ भारतीय मुक्केबाज़ों ने फिनलैंड के हेलसिंकी में संपन्न हुयी जीबी मुक्केबाजी चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुये आठ पदक अपने नाम किये हैं। कविंदर के स्वर्ण के अलावा स्टार मुक्केबाज़ शिवा थापा और तीन अन्य भारतीयों ने रजत जीते जबकि तीन को कांस्य पदक मिले। भारत को चैंपियनशिप में कुल आठ पदक हासिल हुये हैं।  सेना के मुक्केबाज़ कविंदर को पुरूषों के 56 किग्रा भार वर्ग में हमवतन मोहम्मद हुसामुद्दीन क खिलाफ जीत के साथ स्वर्ण पदक मिला जबकि हुसामुद्दीन ने रजत जीता। कविंदर ने फाइनल में 5-0 से एकतरफा अंदाज़ में जीत अपने नाम की और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य विजेता को पराजित किया। उत्तराखंड के मुक्केबाज़ का फाइनल में प्रदर्शन बेहद आक्रामक रहा और उन्हें सीधे आंख के ऊपर चोट भी लगी लेकिन हर बाधा को पार कर उन्होंने बैंटमवेट वर्ग में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय पदक सुनिश्चित किया। रजत पदक जीतने वाले भारत के अन्य मुक्केबाज़ों में 49 किग्रा में गोविंद कुमार साहनी, शिवा थापा (60 किग्रा) और दिनेश डागर (69 किग्रा) शामिल है। फाइनल में थाईलैंड के थितिसान पनमोड के खिलाफ साहनी ने आक्रामक शुरूआत की लेकिन थाई मुक्केबाज़ ने आखिरी में वापसी करते हुये जजों के 3-2 के फैसले के साथ स्वर्ण अपने नाम किया। तीन बार के एशियन पदक विजेता थापा को भी फाइनल में कड़ी मेहनत के बाद हार झेलनी पड़ गयी और स्थानीय खिलाड़ी आर्सलान खाताएव ने उन्हें 1-4 से पराजित कर दिया। देश के लिये चौथा और आखिरी रजत पदक दिनेश डागर ने जीता।