मिट्टी से भरी सड़क मार्ग तय करके होले-मोहल्ले पर पहुंचेंगी लाखों संगतें

गढ़शंकर, 15 मार्च (अ.स.): खालसा का पारम्परिक एवं खालसाई आन-शान का प्रतीक राष्ट्रीय त्यौहार होला-मोहल्ला 16 मार्च से 21 मार्च तक श्री कीरतपुर साहिब और श्री आनंदपुर साहिब में मनाया जा रहा है। इस त्यौहार दौरान खालसा की जन्मभूमि तख्त श्री केसगढ़ साहिब, श्री कीरतपुर साहिब एवं अन्य गुरुधामों के दर्शनों के लिए देश-विदेश से लाखों की संख्या में हर वर्ष श्रद्धालु शामिल होते हैं। खालसा की जन्मभूमि को जाने के लिए गढ़शंकर-श्री आनंदपुर साहिब मुख्य मार्ग के रूप में जाना जाता है। नैना देवी एवं अन्य धार्मिक अस्थानों सहित हिमाचल प्रदेश के धार्मिक स्थानों को जाने के लिए भी यह मार्ग अहम है। विगत कुछ वर्षों से अपनी दयनीय अवस्था पर आंसू बहा रहा है गढ़शंकर : श्री आनंदपुर साहिब मार्ग की हालत जहां बद से बदतर होती जा रही है, वहीं इस बार होले-मोहल्ले पर जाने वाले लाखों सिख श्रद्धालुओं को इस गड्ढों वाली मिट्टी से भरी सड़क का मार्ग तय करके खालसा की जन्मभूमि को सजदा करना पड़ेगा। नारकीय रूप धारण कर चुका है मुख्य मार्ग : बंगा से चलकर श्री आनंदपुर साहिब तक सड़क की हालत विभिन्न स्थानों से बेहद नारकीय बन चुकी है। बंगा से गढ़शंकर को आते समय नवांशहर ज़िले के अन्तर्गत आते हिस्से का जहां बुरा हालत है वहीं गढ़शंकर से श्री आनंदपुर साहिब को जाते समय गढ़शंकर के निकट का हिस्सा जहां बरमों से वंचित है वहीं गड्ढों की भरमार भी कम नहीं। केन्द्र एवं राज्य सरकार की कशमकश का शिकार हुआ यह मार्ग : यह सड़क सुधार के रूप में से केन्द्र एवं राज्य सरकार की कशमकश का भी शिकार हुई प्रतीत होती है क्योंकि विगत अकाली-भाजपा सरकार के समय ही केन्द्र द्वारा बंगा-श्री आनंदपुर साहिब-नैना देवी मार्ग का राष्ट्रीय मार्ग के रूप में निर्माण करने की घोषणा की गई। मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा ऋण माफी समारोह दौरान श्री आनंदपुर साहिब में विगत 24 जनवरी को गढ़शंकर-श्री आनंदपुर साहिब मुख्य मार्ग की मुरम्मत के लिए 7 करोड़ रुपए जारी करने की घोषणा की गई थी।