लोकसभा क्षेत्र श्री आनंदपुर साहिब में चौतरफा मुकाबले के आसार

रूपनगर, 16 मार्च (सतनाम सिंह सत्ती): लोकसभा क्षेत्र श्री आनंदपुर साहिब में इस बार चौतरफा मुकाबले के आसार बन रहे हैं जबकि 2014 के लोकसभा चुनावों में यहां के त्रिकोणीय मुकाबले में अकाली-भाजपा के प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, कांग्रेस की अम्बिका सोनी को 23697 वोटों से पराजित कर विजयी रहे थे परंतु यहां से ‘आप’ के हिम्मत सिंह शेरगिल 3 लाख 6 हज़ार 8 रिकार्ड वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे। प्रो. चंदूमाजरा को 347394 (31.94 फीसदी) व अम्बिका सोनी को 323697 (29.77 फीसदी) वोट हासिल हुए थे परंतु इस बार डैमोक्रेटिक गठबंधन द्वारा चुनाव लड़ने वाली बसपा के उम्मीदवार के.एस. मक्खन को 2014 के लोकसभा चुनावों में महज़ 69124 (6.36 फीसदी) वोट ही नसीब हुए थे। 2014 में यहां अकाली दल मान, बहुजन संघर्ष दल सहित 12 आज़ाद उम्मीदवारों को 23920 वोट व कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के उम्मीदवार बलवीर सिंह जाडला को 10483 वोट प्राप्त हुए थे। बसपा सहित इन सभी उम्मीदवारों की ज़मानतें जब्त हो गई थीं। इस बार यहां से शिरोमणि अकाली दल द्वारा पुन: प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा को उम्मीदवा बनाने का फैसला लगभग तय हो चुका है। प्रो. चंदूमाजरा क्षेत्र में लगातार सक्रिय भी हैं और वह चहुंमुखी सड़कों के जाल, नई रेलगाड़ियां चलाने व पासपोर्ट कार्यालय खोलने सहित मोदी सरकार की उपलब्धियों को अपनी दोबारा जीत का श्रेय समझ रहे हैं परंतु इस लोकसभा क्षेत्र के 9 विधानसभा क्षेत्रों में अकाली दल के पास एक भी विधायक नहीं है और क्षेत्र में मोदी लहर कहीं नज़र नहीं आती जबकि अकाली दल व भाजपा की हालत पहले से बेहतर नज़र भी नहीं आ रही। दूसरी ओर सत्ताधारी पार्टी का मुख्य चेहरा भी अब तक नज़र नहीं आ रहा, जिसे यहां से चुनाव मैदान में उतारा जाना है परंतु यहां अम्बिका सोनी के बेटे, राणा गुरजीत सिंह व कई बार रवनीत सिंह बिट्टू के नामों की चर्चा सुनी जाती है जबकि यहां से टिकट की दावेदारी लगभग 22 स्थानीय टकसाली कांग्रेसियों द्वारा पेश की गई है। यहां से कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार चाहे कोई भी हो परंतु कांग्रेस का उम्मीदवार मुख्य मुकाबले में शामिल ज़रूर होगा। यहां से टकसाली अकाली दल व ‘आप’ दोनों ही अपने-अपने उम्मीदवार घोषित तो कर चुके हैं परंतु वह साथ ही साथ गठबंधन करने के लिए भी सक्रिय हैं। यदि इनका आपसी गठबंधन हो जाता है तो पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविंदर सिंह या नरिंदर सिंह शेरगिल दोनों में से बनने वाले एक उम्मीदवार की नज़र 2014 में ‘आप’ को मिलीं 3 लाख के करीब वोटों पर टिकी हुई है। हालांकि इस बार क्षेत्र में 3 लाख से अधिक नई वोटों का इज़ाफा भी चुनावों नतीजों को प्रभावित करेगा।