पंजाब में ठंडे मौसम के कारण अभी भी बिजली की खपत 5200 मैगावाट तक ही अटकी

पटियाला, 16 मार्च (जसपाल सिंह ढिल्लों): पंजाब में लम्बे समय के पश्चात इस बार सर्दी का मौसम काफी लम्बा हो गया है। इसका प्रभाव यह हुआ कि राज्य में अभी भी तापमान कम है। इसका सीधा प्रभाव राज्य में बिजली की खपत पर पड़ा है। इस समय राज्य में बिजली की खपत 5200 मैगावाट पर ही लटकी हुई है। यदि विगत वर्ष के आंकड़े देखे जाएं तो इन दिनों में बिजली की खपत 6500 मैगावाट को पार कर जाती थी। इस समय इस खपत की पूर्ति के लिए बिजली निगम का सारा दारोमदार निजी ताप बिजली घरों पर निर्भर है क्योंकि इन निजी ताप बिजली घरों से लम्बे समय के समझौते हुए हैं। इन ताप बिजली घरों में राजपुरा के नलास ताप बिजली घर के एक यूनिट से 661 मैगावाट, तलवंडी साबो के वणावाली ताप बिजली घर के 2 यूनिटों में से 1231 मैगावाट एवं जीवीके ताप बिजली घर के 2 यूनिटों से 529 मैगावाट बिजली की प्राप्ति हो रही है। इसी तरह यदि पन बिजली घरों से कुल 604 मैगावाट बिजली की प्राप्ति हो रही है इसमें रणजीत सागर डैम के 2 यूनिटों से 253 मैगावाट, अपरबारी दोआब कैनाल पन बिजली घर से 58 मैगावाट, मुकेरियां पन बिजली घर से 179 मैगावाट, आनंदपुर साहिब पन बिजली घरों के 2 यूनिटों से 69 मैगावाट एवं हिमाचल प्रदेश स्थित शानन पन बिजली घर से 45 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है।