स्थान कम होने से गोदामों में चावल रखने का काम हुआ धीमा

जालन्धर, 17 मार्च (शिव शर्मा) : पंजाब सहित देश भर में लोकसभा चुनावों को लेकर सरगर्मियां शुरू हो चुकी हैं परन्तु दूसरी ओर राज्य के शैलर मालिकों के लिए अब चावल तैयार करके उनको संभालने के कार्य में काफी कठिनाई होने लग पड़ी है। गोदामों की कमी को इसका कारण बताया जा रहा है जिस कारण राज्य में चावल बनाने के कार्य की गति काफी धीमी हो गई है और शैलर इंडस्ट्री का मानना है कि यदि एफ.सी.आई. ने चावल लगाने के लिए स्थान नहीं दिया तो पंजाब को इसके मिलिंग के समय में वृद्धि करनी पड़ेगी। केन्द्र द्वारा भले ही चुनाव लेने का समय 30 जून तक का है परन्तु पंजाब के खाद्य एवं खाद्य आपूर्ति विभाग ने राज्य के सारे शैलर मालिकों को 31 मार्च तक मिलिंग का कार्य खत्म करने का निर्देश दिया हुआ है। वर्ष 2018-19 में पंजाब में लगभग 165 लाख मीट्रिक टन धान मंडियों में आया था और आई बम्पर फसल के चावल तैयार करने का कार्य अभी तक 75 प्रतिशत भी पूरा हो सका है। राज्य के कई शैलर मालिकों को इस समय चावल रखने के लिए गोदाम में स्थान नहीं मिल रहा है। इसका एक कारण यह है कि इसमें गेहूं, चावल पहले ही गोदामों में लबालब भरे हुए हैं जिस कारण शैलर मालिक परेशान हैं। उनका मानना है कि यदि मिलिंग का कार्य लेट होता गया तो गर्मी बढ़ने से चावलों में टोटे की मात्रा बढ़ने का कार्य शुरू हो जाएगा। इससे शैलर मालिकों का नुक्सान होगा। पंजाब शैलर मालिक एसोसिएशन के प्रधान तरसेम सैनी ने कहा कि सरकार को यह मामला केन्द्र के पास उठाना चाहिए ताकि मिलिंग का कार्य समय पर खत्म हो सके।