भाग-2 लोकसभा क्षेत्र अमृतसर : राजनीतिक दलों द्वारा किसी ‘सिख चेहरे’ को चुनाव मैदान में उतारे जाने की संभावना

अमृतसर, 17 मार्च (जसवंत सिंह जस्स) : लोकसभा क्षेत्र अमृतसर उम्मीदवार द्वारा अधिकतर चुनाव खर्च करने के रूप में पंजाब में से सबसे अग्रणी व सैंसेटिव समझा जाता है। इस क्षेत्र में अमृतसर ज़िले के 11 विधानसभा क्षेत्रों में से 9 क्षेत्रों के मतदाता अमृतसर लोकसभा क्षेत्र व बाबा बकाला साहिब व जंडियाला गुरु दो क्षेत्रों के मतदाता लोकसभा क्षेत्र खडूर साहिब के उम्मीदवारों को वोट डालेंगे। अमृतसर लोकसभा क्षेत्र में अमृतसर पूर्वी, अमृतसर दक्षिणी, अमृतसर केन्द्रीय, अमृतसर पश्चिमी व अमृतसर दक्षिणी के अलावा मजीठा, अजनाला, राजासांसी व अटारी क्षेत्र शामिल हैं। यदि इन क्षेत्रों की मौजूदा राजनीतिक स्थिति की बात की जाए तो 2017 के विधानसभा चुनावों में से 9 में से 8 क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी को जीत नसीब हुई थी और केवल मजीठा क्षेत्र में ही अकाली-भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार बिक्रम सिंह मजीठिया विजयी रहे थे। इस बार लोकसभा चुनाव मौके ज़िले के 14 लाख 68 हज़ार 972, जिनमें 778608 पुरुष मतदाता, 690313 महिला मतदाता व 51 अन्य मतदाता शामिल हैं, विभिन्न पार्टियों के उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे और ज़िले में 15,112 नए बने मतदाता पहली बार अपनी वोट का इस्तेमाल करेंगे। ज़िले में कुल 1601 पोलिंग स्टेशन हैं, जिनमें अजनाला में 182, राजासांसी में 213, मजीठा 203, अमृतसर उत्तरी 189, अमृतसर पश्चिमी 173, अमृतसर केन्द्रीय 139, अमृतसर पूर्वी 153, अमृतसर दक्षिणी 151 व अटारी में 198 पोलिंग स्टेशन हैं। अमृतसर लोकसभा क्षेत्र में 11 विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिनमें अमृतसर पूर्वी, अमृतसर पश्चिमी, अमृतसर केन्द्रीय,  अमृतसर उत्तरी व अमृतसर दक्षिणी के अलावा मजीठा, राजासांसी, अजनाला, अटारी, जंडियाला गुरु व बाबा बकाला साहिब शामिल हैं। यदि इन क्षेत्रों में मौजूदा स्थिति को जीत नसीब हुई थी तो केवल मजीठा क्षेत्र में ही अकाली-भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार बिक्रम सिंह मजीठिया विजयी रहे थे। अमृतसर लोकसभा सीट का अब तक लेखा-जोखा : अमृतसर लोकसभा क्षेत्र के इतिहास के अनुसार वर्ष 1952 में पहली बार हुए लोकसभा चुनावों से लेकर अब 2017 तक के 19 बार हुए आम व उप-चुनावों में से 12 बार यह सीट कांग्रेस पार्टी के पक्ष में गई है, 6 बार भारतीय जनता पार्टी (पहला नाम जनसंघ) व एक बार अकाली समर्थन प्राप्त आज़ाद उम्मीदवार साथी कृपाल सिंह यहां से विजयी रह चुके हैं, क्षेत्र का लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। यहां से कांग्रेस द्वारा तीन बार, वर्ष 1952, 1955 व 1962 में ज्ञानी गुरमुख सिंह मुसाफर, 6 बार 1972, 1980, 1984, 1991, 1996 व 1999 में रघुनंदन लाल भाटिया, एक बार 1971 में दुर्गा दास भाटिया, 2014 में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह व 2017 में चुनाव गुरजीत सिंह औजला जीत हासिल कर चुके हैं।