परमिंदर सिंह ढींडसा संगरूर से उम्मीदवार बनने के लिए सहमत

जालन्धर, 17 मार्च (मेजर सिंह): अकाली लीडरशिप कई महीनों के प्रयासों के बाद आखिर पूर्व वित्त मंत्री व विधायक परमिंदर सिंह ढींडसा को संगरूर क्षेत्र से लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनने के लिए सहमत करने में सफल हो गई है। अति विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साथ बैठक के बाद परमिंदर सिंह ढींडसा ने चुनाव लड़ने के लिए सहमति दे दी है परंतु दूसरी तरफ अकाली दल के सभी पदों से इस्तीफा दे चुके वरिष्ठ अकाली नेता सुखदेव सिंह ढींडसा अभी भी अपने पहले स्टैंड पर ही अडिग हैं और उनका कहना है कि उनके पार्टी के साथ सैद्धांतिक मतभेद हैं, जब तक वह दूर नहीं किए जाते तब तक वह किसी भी गतिविधि में भाग नहीं लेंगे। पता चला है कि 22 मार्च को सुखबीर सिंह बादल के संगरूर दौरे मौके परमिंदर सिंह ढींडसा को उम्मीदवार घोषित किया जाना सम्भव है। गत वर्ष सितम्बर महीने सुखदेव सिंह ढींडसा ने अकाली दल के संकट के लिए पार्टी अध्यक्ष को ज़िम्मेवार ठहराते हुए सुखबीर सिंह बादल को अध्यक्ष पद से हटाने की मांग करते हुए सभी पार्टी पदों से इस्तीफे की घोषणा की थी। ढींडसा के इस्तीफे के बाद अकाली लीडरशिप में एक बड़ा भूकम्प नज़र आने लगा था। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल खुद उन्हें मनाने के लिए घर गए थे, परंतु ढींडसा फिर भी अपने स्टैंड पर कायम रहे। उसके बाद पुन: फिर कई मौकों पर ढींडसा अकाली लीडरशिप के खिलाफ बयान देते रहे परंतु लीडरशिप ने सब्र व संयम का त्याग नहीं किया बल्कि ढींडसा परिवार को अपने साथ जोड़ने के प्रयास जारी रखे। बताया जाता है कि अकाली लीडरशिप इस पक्ष से संतुष्ट हैं कि पार्टी ढींडसा परिवार के ही एक मुख्य सदस्य को चुनाव लड़ने के लिए सहमत करने में सफल हो गई है। शायद यह पहला मौका है कि लीडरशिप के खिलाफ बयानबाज़ी करने वाले किसी नेता के खिलाफ पार्टी ने तीखी नोक-झोंक में पड़ने वाला रुख नहीं अपनाया। इसी का ही परिणाम है कि पार्टी ढींडसा परिवार का समर्थन हासिल करने में सफल हुई है।