भारत-मालदीव में तीन समझौते

माले, 18 मार्च (भाषा) : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ अपने शीर्ष नेताओं की बातचीत के बीच मालदीव ने अपनी ‘‘भारत-पहले नीति’’ दोहराते हुए सोमवार को कहा कि वह सभी मुद्दों पर भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक है और वह देश की सुरक्षा एवं सामरिक चिंताओं के प्रति संवेदनशील बना रहेगा। मालदीव के नेताओं ने आतंकवाद, विशेषकर सीमा पार आतंकवाद और समुद्री डकैती, संगठित अपराध, नशीले पदार्थों की तस्करी एवं मानव तस्करी जैसे अपराधों से खिलाफ भारत के प्रयासों का समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता जताई। सुषमा स्वराज अपनी दो दिवसीय यात्रा के तहत रविवार को मालदीव पहुंचीं। मालदीव में पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति इब्राहीम मोहम्मद सोलिह की सरकार के सत्ता में आने के बाद भारत की ओर से द्वीपीय देश की यह पहली पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा है। हिंद महासागर में स्थित मालदीव भारत के लिये सामरिक रूप से महत्वपूर्ण है।  उन्होंने राष्ट्रपति सोलिह, विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद, पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद और अन्य शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच द्विपक्षीय बातचीत के बाद एक संयुक्त मंत्रिस्तरीय बैठक हुई जिसमें सुषमा ने शाहिद, रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी, वित्त मंत्री इब्राहीम अमीर एवं अन्य मंत्रियों से चर्चा की। दोनों पक्षों ने राजनयिक एवं आधिकारिक पासपोर्ट धारकों के लिए वीज़ा की आवश्यकता से छूट सहित तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किया।