करतारपुर गलियारे को अंतिम रुप देने संबंधी भारत-पाक में वार्ता


काहलों
बटाला, 19 मार्च : गुरुद्वारा करतारपुर साहिब गलियारे के लिए जीरो लाइन तक निर्मित किए जाने वाले रास्ते को अंतिम रूप देने के लिए भारत-पाक अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक कंटीली तार से पार भारत की तरफ हुई। भारी सुरक्षा प्रबंधों में हुई बैठक करीब 11 बजे तक शुरु हुई जो शाम 5 बजे तक चली, जिस दौरान दोनों देशों के अधिकारियों द्वारा रास्ते के बीच आ रही कुछ तकनीकी रुकावटों संबंधी विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में भारत की ओर से राष्ट्रीय सड़क मंत्रालय, ज़मीनी बंदरगाह और बी.एस.एफ. के वरिष्ठ अधिकारी अखिल सक्सेना, यशपाल सिंह के अलावा कमांडिंग अधिकारी वरिंदर वाजपेयी शामिल हुए जबकि पाकिस्तान की तरफ से तकनीकी और सर्वे विभाग के अधिकारियों ने शमूलियत की। सकारात्मक माहौल में हुई बैठक संबंधी चाहे भारतीय अधिकारियों ने मीडिया को कुछ भी जानकारी देने से इन्कार कर दिया परंतु सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बैठक दौरान दोनों देशों के अधिकारियों दरम्यना द्वारा आपसी सहमति से ज़ीरो लाइन को निर्धारित करने के अलावा रास्ते के बीच आ रही कुछ तकनीकि रुकावटों संबंधी विस्तार से चर्चा करके रास्ते को  एक जैसा करना था। करीब छह घंटे तक चली इस बैठक दौरान दोनों देशों के अधिकारियों की आपसी सहमति से सर्वे विभाग द्वारा रास्ते की पैमाइश की गई और करीब 200 फुट चौड़ी सड़क का सैंटर प्वाइंट निकालकर इसकी निशानदेही की गई और इसके आसपास झंडियां लगाई गईं। इस अवसर पर एस.डी.एम. गुरसिमरन सिंह ढिल्लों, बाबा सुखदीप सिंह बेदी चेयरमैन चैरीटेबल अस्पतल, बसंत सिंह, एक्साइज विभाग अमृतसर, एन.आर. गोयल, नायब तहसीलदार जनकराज, सुखदेव सिंह मैनेजर व अन्य उपस्थित थे।