हरियाणा मंडियों में फसल नहीं बेच सकेंगे पंजाब-राजस्थान के किसान

डब्बवाली, 20 मार्च (इकबाल सिंह शांत) : पड़ोसी राज्य पंजाब और राजस्थान के किसान हरियाणा मंडियों में अपनी फसल नहीं बेच सकेंगे। हरियाणा सरकार ने राजस्थान और पंजाब के किसानों की फसल का एक दाना भी सरकारी स्तरीय पर खरीदने से इन्कार कर दिया है। पंजाब और राजस्थान के साथ लगते डब्बवाली में लगभग 60 प्रतिशत फसल के साथ लगते पंजाब क्षेत्र में आती है। चौटाला और कालूआणा खरीद केन्द्रों पर राजस्थान और लोहगढ़ के खरीद केन्द्र पर पंजाब और राजस्थान दोनों क्षेत्रों के किसान फसल बेचने के लिए आते हैं। सरकारी आदेश के उपरांत डब्बवाली आढ़ती पंजाब की सीमावर्ती मंडी किल्लियां की दाना मंडी की ओर रुख करने लगे हैं। हरियाणा सरकार के इस फैसले  से प्रादेशिक खजाने को बड़ा आर्थिक नुक्सान होगा। इसके अतिरिक्त हरियाणा किसानों को भी राज्य की सरकारी मंडियों में अपनी फसल बेचने के लिए अग्रिम रजिस्ट्रेशन करवानी होगी। जानकारी के अनुसार लगभग 175 आढ़तियों पर आधारित डब्बवाली दाना मंडी में लगभग 18 लाख बोरी गेहूं आती है। जिसमें लगभग 50 प्रतिशत गेहूं के साथ लगते पंजाब के लम्बी, संगत क्षेत्र में आती है। इसी तरह चौटाला सबयार्ड में राजस्थान की 30 प्रतिशत फसल बिकने के लिए आती है। आढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान गुरदीप कामरा ने पड़ोसी राज्यों की फसल बेचने पर पाबंदी के सरकारी आदेश को गलत बताते गेहूं खरीद के बाईकाट की चेतावनी दी। राष्ट्रीय किसान संगठन हरियाणा के राज्य प्रधान जसबीर सिंह भाटी ने भी बाहरी राज्यों के किसान फसल हरियाणा की मंडी में बेचने पर पाबंदी को गैर तर्क संगत बताया। मार्किट कमेटी डब्बवाली के सचिव दिलावर सिंह ने कहा कि सरकारी आदेशों के अनुसार बाहरी राज्यों के किसानों की एम.एस.पी. पर नहीं खरीदी जाएगी।