होले-मोहल्ले की संपूर्णता पर एसजीपीसी ने सजाया मोहल्ला
श्री आनंदपुर साहिब, 21 मार्च - (करनैल सिंह, जेएस निक्कूवाल) - खालसा पंथ की चढ़दी कला का प्रतीक राष्ट्रीय पर्व होला मोहल्ला की संपूर्णता पर आज तख्त श्री केसगढ़ साहिब से खालसाई परंपरा के अनुसार पांच प्यारों के नेतृत्व में ''बोले सो निहाल, सत श्री अकाल'' के जयकारों के साथ मोहल्ला सजाया गया। इस मौके पर तख्त साहिब में धार्मिक समागम के दौरान सिंह साहब ज्ञानी रघुबीर सिंह ने कौम के नाम संदेश जारी करते कहा कि सिखों के दशम पातशाही द्वारा 1700 ई: में शुरू किये की होले-मोहल्ले की परंपरा से खालसा पंथ को ज़ुल्म और जबर का मुकाबला करने के लिए तैयार किया था और खालसाई फौज के दो दल बनाकर जंगी अभ्यास शुरू किये और विजेता दलों को गुरू साहिब जी सिरोपा की बख्शीश करते थे। उन्होंने संगत को इस पवित्र मौके पर गुरू साहिब जी के जीवन दर्शन के अनुसार वाणी और अमृतधारी होने की अपील की। उल्लेखनीय है कि गुरू की लाडली फौज निहंग सिंह जत्थेबंदियों द्वारा 22 मार्च दिन शुक्रवार को मोहल्ला सजाया जायेगा।