टीवी के आविष्कार की कहानी

दोस्तो। तुम टी.वी. पर अपने पसंदीदा प्रोग्राम, फिल्में, समाचार, सीरियल आदि तो देखते ही होंगे। लेकिन क्या तुम्हें मालूम है दूरदर्शन की शुरुआत कब और कैसे हुई? आओ, यही कुछ तुम्हें बताते हैं। टेलीविजन का आविष्कार आज से 95 वर्ष पूर्व ही हो गया था। इसे बनाने वाले वैज्ञानिक का नाम था सर जान्स बर्जेलियस। जान्स ने मात्र 18 वर्ष की आयु में ही अपने मन की एक कल्पना के मुताबिक ही इसे बनाने की योजना बनाई थी। यह योजना तीन वर्षों में जाकर कुछ कदम आगे बढ़ी, इसके लिए जान्स को कई तरह के अध्ययन करने पड़े, कई वैज्ञानिकों से सलाह भी ली, तब कहीं जाकर इसके निर्माण ने गति पकड़ी। टी.वी. में निरंतर अपना योगदान देने के लिए दुनिया के 43 से भी अधिक वैज्ञानिक जुटे रहे। वैज्ञानिक कैरे ऑन, दॉ लनियको, टमिशना, जेरा रॉबर्ट आदि ने टी.वी. के यंत्रों की पकड़ मज़बूत बनाने में अपने-अपने सुझाव दिये। वास्तविक रूप से टेलीविजन 6 अगस्त, 1945 में बनकर तैयार हुआ। हमारे देश में टेलीविजन की शुरुआत 17 सितम्बर, 1959 में हुई। इसे प्रयोग करने के लिए दिल्ली में टेलीविजन केन्द्र की स्थापना की गयी। इसका नाम दूरदर्शन रखा गया। तब इसका प्रसारण सुबह में मात्र 10 मिनट के लिए ही होता था। धीरे-धीरे महानगरों में इसके केन्द्रों की स्थापना की गयी। प्रसारण के समय में भी बढ़ौतरी हुई। 1984 में देश में लगभग 500 ट्रांसमीटर काम करने लगे थे, और चार दर्जन केन्द्र कार्यक्रम तैयार करने का काम कर रहे थे। दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता और मद्रास में दूरदर्शन के दूसरे चैनल के शुरू करने की योजना बनी, जो दो वर्षों के सफर में ही कामयाब हो गई। हमारे देश में सबसे ऊंचा टी.वी. टावर नई दिल्ली के प्रीतमपुर में है, जो 235 मीटर ऊंचा है, इसका उद्घाटन 7 नवम्बर, 1988 को हुआ था। दूरदर्शन की नये ढंग से पेशकश 15 अगस्त, 1989 से हुई थी। इसके समाचार बुलेटिन को दमदार व आकर्षक बनाने के लिए ‘जी साहब’ नामक शख्स का सहारा लिया था। इसकी बदौलत लोगों में समाचार सुनने की ललक पैदा हुई। यह बात अलग है अब तो समाचार 24 ही घंटे हाज़िर हैं। दूरदर्शन पर वाणिज्यिक सेवा की शुरुआत तो 19 जनवरी, 1986 को हुई, दैनिक प्रात:कालीन समाचारों की शुरुआत 1987 से तथा दोपहर का प्रसारण 26 जनवरी, 1989 से शुरू हुआ। और आज की आधुनिक दुनिया में तो टी.वी. के कई रूप हैं। इस पर सैकड़ों चैनल उपलब्ध हैं। रिमोट का बटन दबाते ही पसंदीदा प्रोग्राम देख सकते हैं।

-ईलू रानी