सेंसेक्स में 355 अंक की गिरावट

मुंबई, 25 मार्च (भाषा) : शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 355 अंक से अधिक गोता लगाकर 38,000 अंक के नीचे बंद हुआ। नरमी की आशंका में वैश्विक स्तर पर बिकवाली का घरेलू बाजार में बैंक और रीयल्टी कम्पनियों के शेयरों पर ज्यादा प्रभाव पड़ा। सेंसेक्स 355.70 अंक की गिरावट के साथ 37,808.91 अंक तथा एनएसई निफ्टी 102.65 अंक लुढ़ककर 11,354.25 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में दो कारोबारी सत्रों में 575 अंकों की गिरावट आ चुकी है। कारोबारियों के अनुसार पिछले सप्ताह अमेरिका तथा यूरोप से कमजोर आर्थिक आंकड़ें वैश्विक नरमी की आशंका जताते हैं। अमेरिका तथा चीन के बीच व्यापार संबंधी तनाव से भी चिंता बढ़ी है। इसके अलावा चालू वित्त वर्ष 2018-19 के समाप्त होने से पहले निवेशकों ने निवेश पोर्टफोलियो थोड़ा नीचे रखने को तरजीह दी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की सतर्क टिप्पणी से 10 साल के ट्रेजरी पर रिटर्न 2018 की शुरूआत के न्यूनतम स्तर पर चला गया है। इससे भी वैश्विक अर्थव्यवस्था की सेहत को लेकर चिंता बढ़ी है। एशिया के ज्यादातर अन्य बाजारों में भी गिरावट का रुख रहा। यूरोपीय बाजारों में भी शुरूआती कारोबार में गिरावट दर्ज की गई। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स शुरूआती कारोबार में गिरावट के साथ 38,016.76 अंक पर खुला और पूरे कारोबार के दौरान गिरावट में रहा। कारोबार के दौरान बिकवाली दबाव से एक समय यह 37,667.40 अंक के न्यूनतम स्तर तक चला गया। हालांकि, अंत में लिवाली से नुकसान की कुछ भरपाई हुई और सेंसेक्स 355.70 अंक यानी 0.93 प्रतिशत की गिरावट के साथ 37,808.91 अंक पर बंद हुआ। पचास शेयरों पर आधारित एन.एस.ई. निफ्टी भी 11,400 अंक के नीचे पहुंच गया और 11,311.60 अंक के न्यूनतम स्तर तक चला गया। अंत में यह 102.65 अंक यानी 0.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,354.25 अंक पर बंद हुआ। इस बीच, अस्थायी आंकड़ों के अनुसार घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने शुक्रवार को 657.37 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे जबकि विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध रूप से लिवाल रहे और 1,374.57 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।