अनेक बीमारियों का सफाया करे पानी का सेवन

शरीर को संतुलित रखे 
हमारे शरीर में 60 प्रतिशत पानी होता है। इसलिए, एक स्वस्थ शरीर के लिए पानी खास भूमिका निभाता है। इससे शरीर का पाचन तंत्र, सैलाइवा यानी लार, गैस्ट्रिक जूस, अग्नाशय के रस, पित्त के रस के उत्पादन करने में मदद मिलती है। वहीं, पानी शरीर के तापमान को सामान्य रखने में भी मदद करता है। यह शरीर को ठीक से क्त्रिया करने में भी मदद करता है। 
मांसपेशियों को मजबूत बनाएं 
हमारी मांसपेशियों में 75 प्रतिशत पानी होता है। मांसपेशियां ठीक से काम करें इसके लिए जरूरी है कि इन्हें उचित मात्रा में पानी मिले  पानी की कमी होने से आपको मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन हो सकती है। इसलिए, जरूरी है कि आप भरपूर मात्रा में पानी पिएं।
किडनी ठीक से काम 
किडनी ठीक से काम करे इसके लिए पानी की जरूरत ज्यादा होती है। शरीर में पानी की कमी होगी, तो किडनी भी ठीक से काम नहीं कर पाएगी। जिससे शरीर से विषाक्त पदार्थ निकलने में भी मुश्किल हो सकती है। ऐसे में भरपूर मात्रा में पानी पीना जरूरी है। पानी पीने से आपकी किडनी ठीक से काम करती है
हाथ-पैरों में सूजन से बचाएं 
कई बार शरीर में वॉटर रिटेंशन हो जाता है। साधारण शब्दों में कहेंए, तो कुछ कारणों के चलते शरीर के अंगों में पानी भर जाता है। इससे हाथ, पैरों में सूजन आने लगती है। ऐसे में पर्याप्त पानी के सेवन से मतलब न अधिक न कम इस परेशानी से बचाव किया जा सकता है। इसका मतलब है शरीर अगर सही तरीके से हाइड्रेट होए तो इस समस्या के जोखिम से बचाव हो सकता है 
शरीर की अंदरूनी सफाई करें
पानी शरीर को डिटॉक्सीफाई करने का काम करता है। भरपूर मात्रा में पानी पीने से आपकी किडनी ठीक से काम करेगी, जिससे शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलने में मदद मिलेगी। 
कोलोन क्लींजिंग का काम करे
कोलोन पाचन तंत्र का एक हिस्सा है। इसकी सफाई से शरीर के विषैले तत्व बाहर निकलते हैं। ऐसे में पानी कोलोन क्लींजिंग का एक बेहतरीन माध्यम है। पानी की मदद से कोलोन की सफाई एक प्राकृतिक और आसान तरीका है। कोलोन की सफ ाई करने के लिए आपको दिन में करीब 10 से 12 गिलास पानी पीना चाहिए।
खाने के बीच में पानी नहीं पीना चाहिए
खाना खाने के बीच में या तुरंत बाद पानी पीने से बचना चाहिए। इससे खाना पचाने में सहायक गैस्ट्रिक जूस हल्के हो जाते हैं, जिससे खाना सही प्रकार से पचने में परेशानी होती है। बेहतर होगा कि खाना खाने के कम-से-कम दस मिनट बाद ही पानी पिया जाए।