आधुनिक समय में इंटरनेट के लाभ और नुकसान

आधुनिक युग को तकनीक का युग भी कहा जाता है। जैसे-जैसे मनुष्य विकास करता जा रहा है, वैसे-वैसे नई तकनीकों का निर्माण भी हो रहा है। आज के समय में इंटरनेट मानवीय जीवन का एक महत्त्वपूर्ण अंग बन चुका है। देखा जाये तो इसके बिना जीवन असम्भव-सा लगता है क्योंकि प्रत्येक क्षेत्र में किये जा रहे कामकाज़ को इंटरनेट के उपयोग के बिना करना असम्भव हो गया है। बैंकों, अस्पतालों, दफ्तरों, रेल और हवाई जहाज़ की टिकटें बुक और कैंसिल करवाना, स्कूल-कालेजों जहां तक कि अब कोरोना महामारी के चलते शिक्षा के क्षेत्र में भी यह अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आज यदि हमारे पास यह तकनीक न होती तो हमारा शिक्षा का क्षेत्र रुक ही जाता। बच्चे एवं भविष्य में उपलब्धियां हासिल करने वाले निराश होकर मानसिक रोगों की दलदल में फंस जाते। यदि बहुत नहीं तो इतना ज़रूर कह सकते हैं कि इंटरनेट द्वारा सब कुछ हो रहा है। 
बैंकों में पैसों के लेन-देन घर बैठे ही हो जाते हैं। बड़ी से बड़ी राशि का भुगतान हम इसके द्वारा कर सकते हैं। कई तरह की एप्स बैंकों के लेन-देन संबंधी आ गई हैं, जोकि लगभग प्रत्येक स्थान पर उपलब्ध हैं। हमारे फोन में इंटरनेट की सुविधा होनी चाहिए। चाहे साथ में एक रुपया भी न लेकर चलें। आप हर स्थान पर नैट बैंकिंग की सुविधा द्वारा अपने पैसों का भुगतान कर सकते हैं। लाभ के तौर पर देखा जाये तो इंटरनेट एक वरदान ही है। इंटरनेट के द्वारा पूरी दुनिया की जानकारी हमारी जेब में रहती है। आजकल इंटरनेट पर वीडियोग्राफी का बहुत चलन है जोकि प्रतिभावान लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है। साधनहीन लोग जो लाखों रुपये लगा कर आगे नहीं आ सकते,  वे इंटरनेट के माध्यम से अपनी कला को पेश कर सकते हैं और ऐसा कई स्थान पर हुआ भी है। अधिकतर लोग इंटरनेट से रातों-रात प्रसिद्ध भी हुई हैं। इसी तरह इंटरनेट द्वारा देश के किसी भी कोने में बैठे अपनों के साथ आडियो या वीडियो के द्वारा बात की जा सकती है। जहां तक कि विदेशों में बैठे बच्चों से माता-पिता बात करके सुकून महसूस करते हैं। प्रतिदिन आडियो या वीडियो के द्वारा बातचीत करके उन्हें दूरी का अहसास नहीं होता।
आधुनिक दौर में जहां इंटरनेट के अनेक लाभ हैं, वहीं इसके कुछ नुकसान भी हैं। हर काम इंटरनेट के द्वारा होने के कारण यह हर स्थान पर अग्रणी भू्मिका अदा करता है। आज की माताएं स्वयं में अधिक व्यस्त होने के कारण अपने रोते हुये बच्चों को चुप करवाने के लिए अपने फोन पर इंटरनेट के द्वारा चल रही गेम्ज़ वाली साइट चला कर अपना काम करती रहती हैं। इसके नुकसान जानते हुये भी वह अनजान बन जाती है। इसी तरह कई बार बच्चों को इसके प्रयोग की अधिकतर जानकारी न होने के कारण वे गेम्ज़ को डाऊनलोड कर लेते हैं, जिससे माता-पिता के पैसों का नुकसान भी होता है। आज एक स्थान पर 4 से भी अधिक लोग बैठे हों तो अधिकतर अपने फोन पर ही व्यस्त रहते हैं। परिवारों में भी बच्चे, माता-पिता अपने-अपने फोन पर व्यस्त नज़र आते हैं। एक-दूसरे से मौखिक रूप से बातचीत करना खत्म होता जा रहा है और उनके बीच दूरी दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। हमारी आधुनिक युवा पीढ़ी इंटरनेट को शिक्षा के तौर पर कम और मनोरंजन के तौर पर ज्यादा प्रयोग करती है। इंटरनेट से अच्छी बातें ग्रहण करने की बजाय वह दूसरी साइट पर अपना ज्यादा समय व्यतीत करते हैं। 
इंटरनेट द्वारा हो रही ठगी से भी हम भली-भांति परिचित हैं। शरारती तत्वों की ओर से भोले-भाले लोगों को शिकार बनाया जाता है। किसी भी अनजान काल पर अपनी निजी जानकारी साझी नहीं करनी चाहिए और किसी के द्वारा बताये गये अपने फोन के ओ.टी.पी. को भी साझा नहीं करना चाहिए। इसी तरह इंटरनेट द्वारा शरारती तत्वों की ओर से युवा पीढ़ी के साथ होते धोखे की भी कोई सीमा नहीं रही है। शादी व नौकरी का झांसा देकर अनेक लोगों को शिकार बनाया जाता है जिसके द्वारा कई बार जान-माल की हानि भी होती है। यदि हम इंटरनेट के प्रति पहले से ही सुचेत हो जाएं तो ऐसी किसी भी किस्म की मुसीबत से हम पहले ही बच सकते हैं। अंत में कहा जा सकता है कि इंटरनेट एक वरदान है, यदि इसका अच्छे ढंग से उपयोग किया जाए। इससे समय की बचत भी होती है और भिन्न-भिन्न स्थानों पर लगी लम्बी लाइनों से भी बचा जा सकता है।
-सहायक प्रोफैसर खालसा कालेज, पटियाला