महिलाओं  को चक्कर आना-समस्या एक, कारण अनेक

महिलाओं में चक्कर आना एक आम शिकायत है। इसके कई कारण हो सकते हैं। रक्त की कमी या अनीमिया इसका एक प्रमुख कारण है।
अनीमिया के लक्षण 
 चक्कर आना, जल्दी थक जाना, काम करने पर सांस फूलना व धड़कन बढ़ जाना। रक्त की जांच से पता चलता है कि हीमोग्लोबिन की मात्र 11 प्रतिशत से कम है।
अनीमिया के कारण
*  खाने में लौह तत्व, फोलिक एसिड व विटामिन बी-12 की कमी होना।
*  किसी महिला को बीमारी की वजह से अधिक रक्तस्राव होना।
*  पेट में कृमि व कीड़े होना।
*  पाइल्स की वजह से खून जाना।
शाकाहारी भोजन के लौह तत्व मांसाहारी भोजन के लौह तत्वों की अपेक्षा रक्त में कम पहुंचते हैं, इसलिए शाकाहारी लोगों में अनीमिया की संभावना अधिक होती है। आमतौर पर प्रतिदिन शरीर को एक मिलीग्राम लौह तत्व की जरूरत होती है जो भोजन से प्राप्त हो जाता है।
सामान्य भोजन से यह कमी पूरी नहीं होती इसीलिए गर्भावस्था में आयरन (लौह तत्व) की गोलियां लेना बहुत जरूरी है।  चक्कर से बचने के लिए तरल पदार्थ जिनमें नमक तथा चीनी हो, अधिक मात्रा में लें। संतुलित भोजन करें। यदि परेशानी अधिक है तो डॉक्टर को दिखाकर दवा लें। 40-45 वर्ष की आयु के बाद चक्कर की शिकायत का एक कारण सरवाइकल स्पॉन्डिलाइटिस भी होता है। इसमें गर्दन की दो हड्डियों के बीच की डिस्क खराब हो जाती है तथा हड्डियां कुछ बढ़ने लगती हैं और गर्दन से नसों पर दबाव डालती हैं जिसकी वजह से गर्दन में दर्द रहता है तथा झटका लगने पर चक्कर आते हैं। सरवाइकल स्पॉन्डिलाइटिस की शिकायत होने पर गर्दन के नीचे मोटा तकिया लेकर न सोएं तथा गर्दन की वर्जिश करें। अधिक तकलीफ होने पर गर्दन का कालर भी लगाया जाता है। कान की बीमारियां जैसे कान में मैल, कान के अंदरूनी भाग में इन्फेक्शन, ट्यूमर आदि भी चक्कर का कारण हो सकते हैं। कुछ दवाइयां जैसे मलेरिया में दी जाने वाली कुनीन, क्लोरोक्वीन, टी. बी. में दी जाने वाली स्टैऊ टोमाइसिन, दिल की बीमारी में दी जाने वाली लैसिक्स भी चक्कर पैदा कर सकते हैं। यदि ऐसा है तो डॉक्टर की सलाह से दवा बंद करें। रक्तचाप (ब्लडप्रेशर) अधिक होना चक्कर आने का एक कारण होता है। सामान्य रूप से रक्तचाप 12०/8० से कम रहना चाहिए। यदि यह बढ़ता है तो चक्कर आने की संभावना रहती है। दिमाग में ट्यूमर, अधिक थकावट, रक्त में शुगर की कमी होना भी चक्कर का कारण हो सकता है। अंत: इनमें से कोई भी लक्षण आप अपने में देखें तो फौरन डॉक्टर की सलाह से अपना उपचार करवायें।

(स्वास्थ्य दर्पण)