रसायन विज्ञान में है कॅरियर की शानदार केमिस्ट्री

 

केमिस्ट्री या रसायनशास्त्र का अध्ययन कई वजहों से बहुत आकर्षक है। केन्द्रीय विज्ञान होने के नाते इसका उपयोग जिंदगी के हर कदम पर होता है। आज पूरी दुनिया में जो फार्मास्यूटिकल रिवोल्यूशन का दौर आया हुआ है, उसके केन्द्र में यही केमिस्ट्री है। केमिस्ट्री में हर दिन शोधों की संख्या किस जबरदस्त तरीके से बढ़ रही है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर साल केमिस्ट्री में जितने शोधपत्र लिखे जाते हैं, उतने शोधपत्र बाकी सभी केन्द्रीय विज्ञानों में मिलकर भी नहीं लिखे जाते। केमिस्ट्री किस तरह से विज्ञान की विराट भूमिका में सामने आयी है, इसका अंदाजा इस बात से भी लगता है कि आज हम 3 करोड़ से भी अधिक रसायनों के बारे में जानते हैं। लेकिन माना जाता है कि साल 2050 तक इनकी संख्या बढ़कर 30 करोड़ हो जायेगी। 
रसायन विज्ञान के इस अप्रत्याशित विकास के कारण आज इसके अनेक उप-विषय सामने आये हैं। इनमें शामिल हैं केम-इन्फार्मेटिक्स, ग्रीन केमिस्ट्री, कॉम्बिनेटोरियल केमिस्ट्री, सुपरमॉलिक्यूलर केमिस्ट्री, फायटोकेमिस्ट्री, फूड केमिस्ट्री आदि। रसायनशास्त्र को इसलिए केन्द्रीय विज्ञान कहा जाता है; क्योंकि खगोलशास्त्र से लेकर जीव विज्ञान तक किसी भी चीज का अध्ययन करने के लिए रसायन विज्ञान की समझ जरूरी होती है। यह बायोलॉजी व मेडिसिन, भौतिकशास्त्र, इंजीनियरिंग, जियोलोजी और अर्थ साइंस से ओवरलैप करती है। इसलिए यह असामान्य होता है कि जियोलोजी में डिग्री लेकर कोई बायोलॉजी में कॅरियर बनाने का प्रयास करे, लेकिन रसायन विज्ञान से स्नातक के लिए यह आम सी बात है कि वह विज्ञान के एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में आसानी से चला जाये।
अगर 10़2 के बाद आपकी दिलचस्पी रसायन विज्ञान में है तो आप इनमें से किसी में भी डिग्री पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं- बीएससी (ऑनर्स), बीएससी (फिजिकल साइंसेज), बीएससी (लाइफ साइंसेज) प्रोग्राम। रसायन विज्ञान में स्नातक की डिग्री लेने के बाद छात्र मास्टर्स कर सकते हैं और उसके बाद पीएचडी। मास्टर्स के स्तर पर कोई छात्र अपनी पसंद की किसी भी ब्रांच में स्पेशलाइज कर सकता है, जैसे- फिजिकल, इनऑर्गेनिक, आर्गेनिक, एनालिटिकल या बायोकेमिस्ट्री। बी-टेक (केमिकल इंजीनियरिंग) रसायन विज्ञान के छात्रों के लिए एक अन्य संबंधित क्षेत्र है। बहुत से छात्र लोकसेवा परीक्षा में रसायन विज्ञान को अपने मुख्य विषय के रूप में चुनते हैं।
रसायन विज्ञान के क्षेत्र में सफलता पाने के लिए पढ़ने की मजबूत आदत का होना जरूरी है। यह आदत बिना गंभीर रूप से सभी लेक्चर अटेंड किये और लैब में ध्यानपूर्वक प्रयोग कंडक्ट करने के नहीं आती। नोट्स लेना दीर्घकाल में भी बहुत मदद करते हैं; क्योंकि छात्र अपनी शंकाओं को दूर कर सकता है और लेक्चर के दौरान जो महत्वपूर्ण बिंदु होते हैं, उन्हें नोटबुक में नोट करते हुए अधिकतर कंसेप्ट्स को समझ सकते हैं। रसायन विज्ञान के छात्र को चाहिए कि वह प्रत्येक प्रयोग के पीछे जो कंसेप्ट है, उसे भली प्रकार से समझे बिना उसे सही तरीके से इस विषय में महारत नहीं हासिल की जा सकती। रसायन विज्ञान को अच्छी तरह से समझने के लिए ‘स्टैंडर्ड टेक्स्टबुक’ पढ़ना बहुत जरूरी है। विभिन्न तत्वों की रसायनिक प्रॉपर्टीज को अच्छी तरह से समझने के लिए पीरियाडिक टेबल को याद करना जरूरी है। इसके पीछे के सिद्धांत को समझने के लिए छात्र को फ्लो चार्ट्स व डायग्राम का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। रसायन विज्ञान की कंपलीट समझ के लिए अपनी वैज्ञानिक जिज्ञासा को लगातार प्रबल बनाये रखना जरूरी है। 
रसायन विज्ञान के क्षेत्र में अच्छा जॉब पाने के लिए जरूरी है कि छात्र में इसे लेकर वास्तविक दिलचस्पी होनी चाहिए। लीक से हटकर सोचना, चीजों का ध्यानपूर्वक अवलोकन, प्रॉब्लम हल करने की क्षमता, लेखन में दक्षता व डाटा समीक्षा में रूचि व निपुणता जरूरी है। रसायन विज्ञान एक जटिल और बहुत मेहनत का मांग करने वाला विषय है। इसलिए रसायन विज्ञान के क्षेत्र में पढ़ाई करते समय पढ़ाई को लेकर गंभीर होना जरूरी है। पढ़ी हुई चीजों से नोट्स बनाने के लिए आपमें अपने समझ को अपने शब्दों में लिखना आना चाहिए। इससे हमारा कंसप्ट क्लीयर होता है और लैब वर्क में भी मदद मिलती है।
रसायन विज्ञान में डिग्री और डिप्लोमा हासिल करने वालों को विभिन्न तेल, रसायन व दवा कम्पनियों में प्राथमिकता से जॉब मिलती है। जन स्वास्थ्य व पर्यावरण सुरक्षा इकाइयों में, शैक्षिक परिसरों में अध्यापकों के रूप में तथा सरकारी प्रयोगशालाओं में शोधकर्ताओं के रूप में भारी मांग रहती है। पेटेंट एजेंसी, विज्ञान पत्रकारिता, फॉरेंसिक साइंस सेंटर्स आदि में विभिन्न स्तरों पर रसायन विज्ञान में दक्ष लोगों को नौकरी पर रखा जाता है। जहां तक इस क्षेत्र में लगने वाली नौकरियों से होने वाली आय की बात है तो अगर आपमें रसायन विज्ञान में कम से कम ग्रेजुएट स्तर की महत्वपूर्ण डिग्री या डिप्लोमा हासिल किया है तो बहुत आराम से 30 से 40 हजार रुपये प्रतिमाह की शुरुआती नौकरी मिल जाती है। लेकिन जहां तक इस क्षेत्र में आगे बढ़ने और विकास करने की बात है तो उसकी कोई सीमा नहीं है। देश के कई ऐसे रसायनज्ञ हैं जो साल में कई-कई करोड़ रुपये अपनी दक्षता के चलते कमाते हैं। इसलिए रसायन विज्ञान न सिर्फ पढ़ने में बहुत रूचिकर और ज्ञान से ओतप्रोत विषय है बल्कि इसमें कॅरियर की जबरदस्त संभावनाएं मौजूद हैं।
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