राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय ज़िला न्यायपालिका सम्मेलन के समापन समारोह को किया संबोधित
नई दिल्ली, 1 सितम्बर - राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय जिला न्यायपालिका सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुझे बताया गया है कि हाल के वर्षों में जनपद स्तर पर न्यायपालिका के बुनियादी ढांचे, सुविधाओं, प्रशिक्षण और जनशक्ति की उपलब्धता में सुधार हुआ है। लेकिन इन सभी क्षेत्रों में अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। मेरा विश्वास है कि सुधार के सभी आयामों में तेजी से प्रगति होनी चाहिए। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि हाल के वर्षों में चयन समितियों में महिलाओं की संख्या में वृद्धि हुई है। इस वृद्धि के कारण कई राज्यों में चयन समितियों में महिलाओं की संख्या में 50% की वृद्धि हुई है। हमारी न्यायपालिका के सामने कई चुनौतियां हैं, जिनके लिए सभी हितधारकों को मिलकर प्रयास करने होंगे। उदाहरण के लिए, साक्ष्य और गवाहों से संबंधित मुद्दों को न्यायपालिका, सरकार और पुलिस प्रशासन द्वारा मिलकर सुलझाया जाना चाहिए। यह हमारे सामाजिक जीवन का एक दुखद पहलू है कि कुछ मामलों में साधन संपन्न लोग अपराध करने के बाद भी बेखौफ घूमते रहते हैं। जो लोग इन अपराधों के शिकार होते हैं, वे इस डर में जीते हैं जैसे कि उनके अपने विचारों ने कई अपराध किए हों। महिला पीड़ितों की स्थिति और भी बदतर है क्योंकि समाज के लोग भी उनका साथ नहीं देते।