फूलों की खेती से महक उठी प्रगतिशील किसान गुरनाम सिंह की ज़िन्दगी
यमुनानगर, 26 जनवरी - परंपरागत खेती को छोड़कर किसान अब आधुनिक खेती की ओर बढ़ रहा है। कम लागत से ज्यादा मुनाफा कैसे कमाया जाए। किसान इस ओर अग्रसर है। यमुनानगर ज़िले में इस आधुनिक खेती को नई पहचान दिलाने वाले गुरनाम सिंह 17 साल से फूलों की खेती कर रहे हैं। वह सालाना एक एकड़ से 6 से 7 लाख रुपए भी कमा लेते हैं।
यमुनानगर ज़िले के ऊर्जनी गांव के प्रगतिशील किसान गुरनाम सिंह फूलों की खेती से अपनी जिंदगी को महक से भर रहे हैं। आज से लगभग 17 साल पहले किसान गुरनाम सिंह के दिमाग में फूलों की खेती का आइडिया आया। उन्होंने इसे धरातल पर उतारने के लिए हौसला दिखाया और आज वह फूलों की एक एकड़ की खेती से सालाना 6 से 7 लाख रुपए कमा रहे हैं। उनके खेतों में तैयार हो रहे फूलों की डिमांड दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखंड और हरियाणा के कई जिलों में है। वह जाफरी, गुलदावरी और ग्लाइडर किस्म के फूल तैयार करते हैं और उसे लोकल मार्केट में भी देते हैं। किसान गुरनाम सिंह ने कहा कि जब शुरू में मैंने इस खेती में हाथ आजमाया तो फूलों को बेचने में बहुत परेशानी आई। लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी दो-तीन साल कठिनाई से गुजारने के बाद मेरे फूलों की बिक्री हुई और आज पूरे जिले में मुझे एक अलग पहचान मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार के उधान विभाग की तरफ से मुझे समय-समय पर सब्सिडी भी मिलती रहती है। वह आगे बताते हैं कि अगर मुझे किसी तरह की परेशानी आती है तो मैं अधिकारी से इस बारे में जानकारी लेता हूं और मुझे आसानी से जानकारी भी मुहैया हो जाती है। वह यह भी कहते हैं कि मैंने फूलों की खेती के बीच में पॉपुलर के पेड़ भी लगाए हैं जिससे मुझे दोगुना मुनाफा हो रहा है। किसान गुरनाम सिंह कहते हैं कि किसानों को परंपरागत खेती छोड़कर अब आधुनिक खेती की ओर कदम बढ़ाना चाहिए क्योंकि इसमें मुनाफा ज्यादा है हालांकि थोड़ा रिस्क जरूर है कुछ दिन बाद समस्याएं अपने दूर हो जाती है।