नदियों की भूमि कौन सा देश है?

नदियों की भूमि कौन सा देश है?
‘दीदी, एक बार आपने बताया था कि सऊदी अरब दुनिया का एकमात्र देश है, जहां एक भी नदी नहीं बहती है।’
‘हां, बताया तो था।’
‘आज मैं आपसे यह जानना चाहता हूं कि सबसे ज्यादा नदियां किस देश में बहती हैं?’
‘बांग्लादेश में, जिसे लैंड ऑ़फ रिवर्स या नदियों की भूमि भी कहते हैं।’
‘बांग्लादेश में कितनी नदियां बहती होंगी?’
‘700 से अधिक हैं।’
‘इतनी नदियों के साथ तो वहां का जीवन बहुत कठिन हो जाता होगा।’
‘नहीं। यह नदियां बांग्लादेश के भूगोल, अर्थव्यवस्था व संस्कृति के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। वह इसके लैंडस्केप को आकार देती हैं और जीवन के हर पहलू को प्रभावित करती हैं।’
‘बांग्लादेश की प्रमुख नदियां कौन सी हैं?’
‘दरअसल, बांग्लादेश विश्व की महान नदियों के संगम पर स्थित है। वह गंगा-ब्रह्मपुत्र-मेघना (जीबीएम) रिवर सिस्टम का हिस्सा है, जो संसार में सबसे बड़े सिस्टम में से एक है। यह नदियां हिमालय से निकलती हैं और फिर भारत व तिब्बत से होते हुए बांग्लादेश में पहुंचती हैं, जहां उनका संगम होता है और फिर वह बंगाल की खाड़ी में समा जाती हैं।’
‘इससे तो बहुत बड़ा डेल्टा बनता होगा।’
‘हां, संसार का सबसे बड़ा डेल्टा जो लगभग 1,00,000 वर्ग किमी का है। यह नदियां मिट्टी को बहुत उपजाऊ बना देती हैं जिससे यह संसार की सबसे उत्पादक कृषि व्यवस्था बन जाती है।’
‘बांग्लादेश की सबसे महत्वपूर्ण नदी कौन सी है।’
‘गंगा है, जिसे वहां पदमा कहते हैं। यह भारत से प्रवेश करके बांग्लादेश के केंद्र में बहती है और दोनों कृषि व यातायात का समर्थन करती है। इसके किनारों पर जो गांव व कस्बे हैं वह सिंचाई, मछली और व्यापार के लिए इसपर ही निर्भर करते हैं। इसका पानी हज़ारों किसानों की जीविका है और इसका बहुत अधिक सांस्कृतिक महत्व है। ब्रह्मपुत्र यानी जमुना बांग्लादेश का जल मार्ग है। यह संसार की सबसे चौड़ी नदी है और बांग्लादेश में इसकी चौड़ाई कहीं कहीं 11 किमी तक है। इनके अतिरिक्त मेघना का भी महत्व है, जो पूर्वी बांग्लादेश में बहती है और ट्रांसपोर्ट में प्रमुख भूमिका निभाती है।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर 

#नदियों की भूमि कौन सा देश है?