भारतीय पुरुष पैदल चाल टीम को सात वर्ष बाद मिला कांस्य पदक 

नई दिल्ली, 2 अगस्त (भाषा): भारत सात पहले रूस में खेले गये आईएएएफ विश्व पैदल चाल कप में तीसरे स्थान पर आने से चूक गया था लेकिन दूसरे स्थान पर रही यूक्रेनी टीम के एक सदस्य के डोपिंग में पकड़े जाने के कारण अयोग्य घोषित होने के बाद अब उसे कांस्य पदक मिला है।  केटी इरफान, बाबूभाई पानुचा और सुरिदंर सिंह की भारतीय टीम मई 2012 में सरांस्क में खेली गयी प्रतियोगिता की 20 किमी पैदल चाल में चीन, यूक्रेन और आस्ट्रेलिया के बाद चौथे स्थान पर रही थी। लेकिन यूक्रेन के एथलीट रसलान दिमित्रेंको को डोपिंग उल्लंघन के कारण सात साल बाद अयोग्य घोषित कर दिया गया जिसके कारण भारतीय टीम कांस्य पदक हासिल करने में सफल रही।  बीस किमी पैदल चाल में व्यक्तिगत स्पर्धा में तीन सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से टीम रैंकिंग तय की जाती है और भारत को तब 68 अंक मिले थे और वह चौथे स्थान पर था। दिमित्रेंको का परिणाम निकाल देने के बाद भारत और उक्रेन के समान अंक हो गये। लेकिन भारत का तीसरे और आखिरी खिलाड़ी का प्रदर्शन बेहतर (भारत का 29 और उक्रेन का 51वें नंबर पर रहा था) रहा जिसके कारण अंक बराबर होने पर भी भारत को कांस्य पदक मिला।  दिमित्रेंको ने व्यक्तिगत स्पर्धा में भी कांस्य पदक जीता था और उनसे वह पदक भी छीन लिया गया।भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने ट्वीट किया, ‘‘भारतीय 20 किमी पैदल चाल टीम को रूस के सरांस्क में 2012 में आईएएएफ पैदल चाल विश्व कप में सात साल बाद कांस्य पदक मिलेगा।