मार्किट कमेटियों की नामज़दगी रुकी

चंडीगढ़, 20 मार्च (एन.एस. परवाना) : जानकार सूत्रों ने प्रकटावा किया है कि पंजाब सरकार द्वारा लम्बे इंतजार के बाद मार्किट कमेटियों का जो नामज़दगी की गई, उसने सत्ताधारी कांग्रेस में निराशा पैदा कर दी है। कई कांग्रेसी विधायक अपना नाम न छापने की दबी आवाज़ में कह रहे हैं कि ग्रामीण विकास में अहम भूमिका निभाने वाली मार्किट कमेटियों में अफसरशाही का बोलबाला रहा है। वर्णनीय है कि इन मार्किट कमेटियों के चेयरमैनों व उप-चेयरमैनों को बैठक समय ‘मासिक वेतन व भत्ते’ भी मिलते हैं जिस कारण कांग्रेसी वर्कर इस पैठ से भी अपने आप को नज़रअंदाज की तरह महसूस करते हैं। इन मार्किट कमेटियों की संख्या अब 154 बताई गई है, जिनमें अभी तक लगभग आधे ही नामज़द किए गए हैं। कई कांग्रसी महसूस करते हैं कि कुछ ऐसे लोगों को चेयरमैन व उप-चेयरमैन नियुक्त किया गया है  जो कांग्रेस पार्टी के सदस्य भी नहीं और पता नहीं उनका दाव किस तरह लग गया। कई कांग्रेसी विधायकों ने तो मामला प्रदेश कांगे्रस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़ तक भी पहुंच की है। इस पत्रकार ने उनके साथ संपर्क करने की कोशिश की, जिस के उत्तर में उन्होंने कहा कि मुझे कई विधायक मिले हैं और कुछ मंत्री भी मुख्यमंत्री तक पहुंच कर रहे हैं। ज़रूरत पड़ने पर मैं भी कैप्टन को मिलूंगा।