आंध्र प्रदेश: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान-3 किया लॉन्च

नई दिल्ली, 14 जुलाई - भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 4 साल बाद एक बार फिर से पृथ्वी के इकलौते उपग्रह चांद पर चंद्रयान पहुंचाने के अपने तीसरे अभियान के तहत चंद्रयान-3 लॉन्च किया। आज दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इसे प्रक्षेपित किया गया। सबकुछ ठीक रहा तो यह अगस्त के आखिर में चंद्रमा पर उतरेगा। इस सफलता से भारत, संयुक्त राज्य अमरीका, चीन और तत्कालीन यूएसएसआर के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश बन जाएगा। इस मिशन को पूरा करने में 615 करोड़ रूपये खर्च हो रहा है। यह भारत का तीसरा मून मिशन है।

इस मिशन के तीन मुख्य लक्ष्य

1. चंद्रयान-3 के लैंडर की सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग का प्रदर्शन करना।
2. रोवर को चांद की सतह पर चला कर दिखाना।
3. लैंडर और रोवर की मदद से साइंटिफिक जांच-पड़ताल करना।

चंद्रमा पर जाकर करेगा ये काम करेगा

1. मून पर पड़ने वाली रोशनी और रेडिएशन का अध्ययन करेगा।
2. मून की थर्मल कंडक्टिविटी और तापमान की स्टडी करेगा।
3. लैंडिंग साइट के आसपास भूकंपीय गतिविधियों की स्टडी करेगा।
4. प्लाज्मा के घनत्व और उसमें हुए बदलावों को स्टडी करेगा।