शमी पर पत्नी ने लगाए घरेलू हिंसा व अवैध संबंधों के आरोप

कोलकाता, 7 मार्च (एजैंसी): भारत के दिग्गज तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी बुधवार को उनकी पत्नी द्वारा लगाए गए संगीन आरोपों के कारण विवादों से घिर गए हैं। शमी की पत्नी हसीन जहान ने उन पर घरेलू हिंसा और अवैध संबंधों के आरोप लगाए हैं। जहान ने शमी की अन्य महिलाओं के साथ वट्सएप और फेसबुक मैसेंजर पर हुई बातों के स्क्रीनशॉट अपने फेसबुक पोस्ट पर साझा किए। इसके साथ ही जहान ने उन सभी महिलाओं के फोटो और फोन नम्बर भी फेसबुक पोस्ट पर साझा किए, जिनके साथ शमी के अवैध संबंध होने का उनकी पत्नी ने दावा किया है। जहान का दावा है कि शमी और उनके परिवार के सदस्यों ने उनकी हत्या का भी प्रयास किया। उन्होंने कहा, ‘‘उनके परिवार में हर किसी ने मुझे परेशान किया। उनकी माता और भाई मुझे अपशब्द कहते थे। यह शोषण सुबह के 2 से 3 बजे तक जारी था। यहां तक कि उन्होंने मुझे मारने की कोशिश भी की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शमी ने मुझे अपशब्द कहे और मुझे मारना शुरू कर दिया।  शमी के दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद यह सब जारी रहा। यह काफी समय से मेरे साथ हो रहा है और अब मैंने बहुत सह लिया।’’ जहान ने कहा, ‘‘मैंने उन्हें सुधरने का काफी समय दे दिया और स्वयं को शांत करने की कोशिश भी की, लेकिन अपनी गलतियों को मानने की बजाए वह मुझ पर गुस्सा करते रहे और मुझे धमकाया भी कि मुझे मेरी भलाई के लिए चुप रहना चाहिए।’’ इस बीच, शमी ने इन सभी आरोपों से साफ इनकार किया है। उनका कहना है कि यह सब उनके क्रिकेट करियर को समाप्त करने के लिए किया जा रहा है। अपने ट्वीट में उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी शमी ने कहा, ‘‘मैं मोहम्मद शमी। यह जितनी भी खबर हमारी पर्सनल लाइफ के बारे में चल रही हैं। यह सब सरासर झूठी हैं और यह कोई बहुत बड़ी हमारे खिलाफ साजिश है और मुझे बदनाम करने की तथा मेरा गेम खराब करने की कोशिश की जा रही है।’’ जहान के वकील जाकिर हुसैन का कहना है कि वह अब भी आशा कर रही हैं कि शमी सही राह पर आ जाएंगे। हुसैन ने आईएएनएस को फोन पर बताया, ‘‘वह कुछ समय दे रहा हैं। वह किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से पहले थोड़ा इंतजार करेंगी।’’ शमी वर्तमान में इंडिया-ए के लिए देवधर ट्रॉफी में खेल रहे हैं। 27 वर्षीय खिलाड़ी ने जोहानसबर्ग में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।  ऐसा माना जा रहा है कि इन आरोपों के कारण शमी को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की ओर से बुधवार को जारी वार्षिक अनुबंध की सूची में भी शामिल नहीं किया गया।