इरफान को न्यूरोइंडोक्राइन ट््यूमर



मुंबई, 16  मार्च (भाषा):  अभिनेता इरफान खान ने आज कहा कि उन्हें न्यूरोइंडोक्राइन ट््यूमर होने का पता चला है। यह दुर्लभ कार्सिनोमा शरीर के विभिन्न अंगों को निशाना बना सकता है। वह उपचार के लिए देश से बाहर हैं। अभिनेता (51) ने कहा कि इस बीमारी से मुकाबला कठिन है लेकिन उनके करीबी लोगों ने इससे लड़ने में उनकी मदद की और उम्मीद की राह दिखायी। उन्होंने अपने बयान की शुरुआत मारग्रेट मिशेल्स के एक उद्धरण ‘ गॉन विद द विंड’  से की।
इसमें कहा गया है ‘हमें जिसकी उम्मीद होती है, जरूरी नहीं कि जिंदगी हमें वह दे।’’ इरफान ने एक बयान में कहा, ‘‘अप्रत्याशित चीजें हमें मजबूत बनाती हैं और पिछले कुछ दिन ऐसे ही रहे हैं। न्यूरोइंडोक्राइन ट््यूमर होने का पता चलने के बाद निश्चित तौर पर मुश्किल हुई लेकिन मेरे करीबी लोगों ने जो प्यार और हिम्मत मुझे दी,  उससे मेरे अंदर उम्मीद पैदा हुई।’’ अभिनेता ने कहा कि इससे संबंधित कोशिश उन्हें देश से बाहर ले जा रही है। उन्होंने सभी से अपनी शुभकामनाएं भेजते रहने की गुजारिश की है। ‘पीकू’ फिल्म के अभिनेता ने उनकी बीमारी से जुड़ी अफवाहों पर यह कहकर विराम लगा दिया कि न्यूरो का संबंध हमेशा मस्तिष्क से नहीं होता है। अभिनेता ने उनके स्वास्थ्य को लेकर अटकलें नहीं लगाने वालों को शुक्रिया भी कहा।
अभिनेता ने अपने बयान में कहा कि जो अफवाह फैलाई गई उस संबंध में उन्हें कहना है कि न्यूरो का ताल्लुक हमेशा मस्तिष्क से नहीं होता है और गूगल करना शोध का सबसे आसान तरीका है। इरफान ने कहा उन्हें उम्मीद है कि वह और कहानियों के साथ वापस लौटेंगे।  न्यूरोइंडोक्राइन ट््यूमर को न्यूरोइंडोक्राइन कार्सिनोमा कहा जाता है। यह फेफड़े और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट सहित शरीर के किसी भी स्थान पर हो सकता है। नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)  के सर्जरी, (आंकोलॉजी) विभाग में प्रोफेसर डॉक्टर सुनील कुमार ने न्यूरोइंडोक्राइन ट््यूमर को कैंसर का दुर्लभ प्रकार बताया।
कुमार ने बताया कि अगर बीमारी का जल्द पता चल जाता है तो इसका इलाज संभव है। इरफान ने सबसे पहले पांच मार्च को अपने स्वास्थ्य के बारे में कहा था कि वह एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित हैं लेकिन तब जांच का अंतिम निष्कर्ष सामने नहीं आया था। अभिनेता ने तब ट््वीट कर कहा था, ‘कभी-कभी आप जगते हैं और पाते हैं कि आप की जिंदगी हिल गई है। पिछले15  दिन में मेरी जिंदगी अनिश्चितता की कहानी बन गई है।’’