विधानसभा का घेराव करने जा रहेर् अकालियों पर पानी की बौछारें



गुरसेवक सिंह सोहल, विक्रमजीत सिंह मान
चंडीगढ़, 20 मार्च : पंजाब की कांग्रेस सरकार पर लोगों के साथ विश्वासघात के आरोपों को लेकर आज पंजाब विधानसभा का घेराव करने जा रहे वरिष्ठ अकाली नेताओं व वर्करों पर चंडीगढ़ पुलिस ने जल-तोपें दागीं तथा उन पर लाठीचार्ज करते हुए बैरीकेड लगाकर उनको पंजाब असैम्बली की ओर जाने से रोक दिया। यहां के सैक्टर-25 रैली मैदान में बड़ी रोष रैली के बाद विधानसभा की ओर रवाना हुए। इस मार्च का नेतृत्व शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल कर रहे थे। इस दौरान कई अकाली नेताओं व वर्करों की दस्तारें उतर गईं तथा कुछ नेताओं के गहरी चोटें लगीं। इस रोष प्रदर्शन में पंजाब भाजपा के नेता भी शामिल थे। पुलिस द्वारा रैली मैदान के निकट थोड़ी-थोड़ी दूरी पर दो भागों में बैरीकेड लगाए हुए थे, पहले बैरीकेड तो अकाली नेता व वर्कर पार कर गए, परन्तु काफी जद्दोजहद के बाद भी वे दूसरे बैरीकेडों को पार नहीं कर सके। पानी की काफी बौछारों के बाद भी जब अकाली नेता व वर्कर बैरीकेडों पर डटे रहे तो पुलिस ने सुखबीर सिंह बादल, पंजाब भाजपा के प्रधान विजय सांपला, बिक्रम सिंह मजीठिया, डा. दलजीत सिंह चीमा, गुलज़ार सिंह रणीके, परमिन्द्र सिंह ढींडसा, शरनजीत सिंह ढिल्लों, अनिल जोशी, के.डी. भंडारी, एन.के. शर्मा, पवन कुमार टीनू, मनतार सिंह बराड़, बलदेव सिंह खारा, इकबाल सिंह झूंदां, डा. एस.के. सुक्खी, लखबीर सिंह लोधीनंगल, दरबारा सिंह गुरु, हरिन्द्रपाल सिंह चंदूमाजरा, गुरप्रताप सिंह वडाला, परमबंस सिंह रुमाणा व जगदीप नकई को हिरासत में लेकर सैक्टर-17 थाने ले गई तथा 35 मिनट बाद उनको रिहा कर दिया गया। इसके अतिरिक्त पुलिस ने कई वर्कर भी हिरासत में लिए तथा उनको खेल स्टेडियम ले गई, उनको भी बाद में रिहा कर दिया गया।
इससे पहले रैली मैदान में वर्करों के भारी इकट्ठ को सम्बोधित करते हुए सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने हमारे इस घेराव बारे बयान दिया है कि अकाली यह धरना चंडीगढ़ नहीं, बल्कि दिल्ली जाकर लगाएं, परन्तु कैप्टन साहब! दिल्ली वालों ने तो पंजाब के लोगों के साथ वह वायदे नहीं थे किए, जो आपने किए थे, आप ने पंजाब के किसान, मज़दूर, बेरोज़गार नौजवानों की पीठ पर छुरा मारा, आपने गुटका साहिब पर हाथ रख कर झूठी सौगंध खाई। सुखबीर ने कहा कि जिस ढंग से कांग्रेसियों ने घर-घर जाकर फार्म भरवाए थे, राज्य के अनेकों नौजवान भ्रम में भी पड़ गए थे तथा बुज़ुर्गों को भी चुनावों में मज़बूरी में नौजवानों के पीछे लगना पड़ा परन्तु हमने उस समय भी कहा था कि कांग्रेसी ज़ुबान के पक्के नहीं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के समय जब बैठक होती थी, हमने फैसला करना होता था क्या करें तो मेरे पिता प्रकाश सिंह बादल ने यही बात समझाई कि नेता वही कामयाब होता है, जो ज़ुबान का पक्का हो, पार्टियां वही कामयाब होती हैं, जो ज़ुबान की पक्की हों, यही कारण है कि बादल पांच बार मुख्यमंत्री बने। सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि प्रकाश सिंह बादल ने जो ज़ुबान दे दी, उससे नहीं मुकरे।
हम ने खज़ाने में से हर वर्ष 6 हज़ार करोड़ रुपए देकर किसानों के बिल माफ किए, अब कैप्टन अमरेन्द्र सिंह किसानों को केवल 100 करोड़ रुपए देकर ही रोये जाते हैं कि खज़ाना खाली है, जबकि हमने 10 वर्षों में कुल 60 हज़ार करोड़ के किसानों के बिल ही माफ कर दिए थे परन्तु हमने कभी नहीं था कहा कि खज़ाना खाली है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल भी झूठ बोल रहे हैं कि खज़ाना खाली है, सरकारों के खज़ाने कभी खाली नहीं होते। आम आदमी पार्टी को टोपी वाले कहते हुए सुखबीर ने कहा कि इस पार्टी वालों व कांग्रेस ने चुनावों से पहले पंजाब के नौजवानों को नशेड़ी कह कर बदनाम कर दिया। उन्होंने कहा था कि पंजाब में नशाखोरी के फैलाव का किया जा रहा प्रचार झूठा है, अरविन्द केजरीवाल ने ही बिक्रम सिंह मजीठिया के विरुद्ध जाकर झूठा प्रचार किया, परन्तु अब कचहरी में जाकर माफी मांग ली है क्योंकि पता था कि अब झूठे प्रचार के लिए अदालत द्वारा सज़ा होनी है तथा उसकी मुख्यमंत्री की कुर्सी छिन जानी है। उन्होंने कहा कि हम पर गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के झूठे आरोप लगाए गए परन्तु अकाली दल, सिख कौम का प्रतिनिधि संगठन है, जो गुरु घरों की सेवा-सम्भाल करती है, क्या हम ऐसा करने बारे सोच सकते हैं? इस अवसर पर शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक व पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि मैंने अपने राजनीतिक जीवन में बड़े-बड़े इकट्ठ देखे, परन्तु जितना बड़ा इकट्ठ आज हुआ है, इतिहास में इतना इकट्ठ कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि यह इकट्ठ दर्शाता है कि पंजाब के लोगों ने कांग्रेस सरकार के विरुद्ध अविश्वास का प्रस्ताव पास कर दिया है। सरकारें बहुत देखीं, परन्तु जिस तरह अमरेन्द्र सिंह की सरकार वायदे कर मुकरी है, ऐसी सरकार कभी नहीं देखी। कई राज्यों ने अपने किसानों, मज़दूरों के ऋण माफ कर दिए हैं, ऐसा करना सरकारों के लिए कोई मुश्किल नहीं होता। हम हर वर्ष किसानों के 6 हज़ार करोड़ रुपए किसानों के बिजली के बिल माफ करते थे।
क्या कैप्टन सरकार इतना भी नहीं कर सकती? इन्होंने संसद में वायदा किया था कि चंडीगढ़ पंजाब को देंगे, परन्तु बाद में मुकर गए। इस अवसर पर पंजाब भाजपा के प्रधान विजय सांपला ने कहा कि कैप्टन सरकार ने किसानों के साथ बड़ा धोखा किया है। इस अवसर पर वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने मंच से बार-बार कैप्टन सरकार के विरुद्ध रोचक नारे लगाकर पार्टी वर्करों में जोश भरा। अकाली दल के वरिष्ठ उपप्रधान डा. दलजीत सिंह चीमा ने समूची रैली दौरान मंच की वागडोर सम्भाले रखी। इस अवसर पर वरिष्ठ अकाली नेता व स्त्री अकाली दल के प्रधान बीबी जगीर कौर, बीबी उपिन्द्रजीत कौर, बीबी परमजीत कौर लांडरां, गुरप्रीत सिंह राजूखन्ना, विक्की मिद्दूखेड़ा सहित कई अकाली नेता उपस्थित थे।