पेशावर के वाल्मीकि मन्दिर का मामला पाक सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा

अमृतसर, 2 अप्रैल (सुरेन्द्र कोछड़) : पाकिस्तान के राज्य खैबर पख्तूनखवा ने पेशावर शहर के वाल्मीकि मन्दिर को खुलवाने के लिए पाकिस्तान हिन्दू सभा (पी.एच.एस.) द्वारा पाक सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की गई है। पी.एच.एस. ने अदालत से मांग की है कि राज्य सरकार को तुरन्त मन्दिर खोले जाने के लिए आदेश जारी किए जाएं और मन्दिर का कब्ज़ा पूरी तरह से वाल्मीकि हिन्दुओं को सौंपा जाए। पेशावर से इस बारे में और जानकारी देते हुए राकेश कुमार ने बताया कि शहर के आर.के. बाज़ार में वाल्मीकि मन्दिर का मामला गत 18 वर्षों से पेशावर की निचली अदालत में चल रहा था और अदालत द्वारा इस बारे कोई कार्रवाई न किए जाने पर वाल्मीकि हिन्दुओं द्वारा इस बारे में पेशावर हाईकोर्ट में अपील की गई। वहां भी अदालत द्वारा दो वर्ष में तीन बार दोनों पक्षों को बुलाया गया, परन्तु अभी तक कोई फैसला नहीं सुनाया गया। उन्होंने बताया कि वाल्मीकि मन्दिर वर्ष 1986 से पहले तक आबाद रहा, फिर अचानक शहर के 10-12 स्थानीय वाल्मीकि हिन्दुओं के सिख बनने के बाद मन्दिर के एक बड़े हिस्से को गुरुद्वारे में तबदील कर दिया गया। इसके बाद राज्य सरकार की सहायता के साथ मन्दिर के दस्तावेज़ों में बदलाव करते हुए मन्दिर को अदालत में धर्मशाला साबित कर दिया गया। राकेश कुमार के अनुसार अदालत में केस के चलते वक्फ बोर्ड के अधिकारियों द्वारा मन्दिर को सील कर दिया गया है और वहां दोनों पक्षों के जाने पर पक्के तौर से मनाही लगाई गई है।