हेमकुण्ट साहिब यात्रार् केन्द्रीय मंत्री पुरी 22 को करेंगे पहला जत्था रवाना

देहरादून से कमल शर्मा की विशेष रिपोर्ट
25 मई से शुरू होने वाली सिखों की विश्व प्रसिद्ध यात्रा गुरुद्वारा श्री हेमकुण्ट साहिब के परिसर में पड़ी बर्फ को हटाने के लिए भारतीय सेना के जवानों ने जोर-शोर से कार्य शुरू कर दिया है। 418 इंडीपेंडेंट इंजीनियर गु्रप के सूबेदार इकबाल सिंह के नेतृत्व में सेना के जवानों ने 2 मई से ही बर्फ को हटाने का कार्य शुरू कर दिया था, लेकिन 4 मई से अचानक मौसम के खराब होने के बाद लगातार 10 मई तक गुरुद्वारा श्री हेमकुण्ट साहिब के परिसर से लगभग तीन किलोमीटर भारी बर्फबारी हुई, जिसके कारण लगभग 7 से 8 फुट पूरे रास्ते में जम गई और अटला कोटि में 300 मीटर का ग्लेशियर बन गया। सेना के जवान गुरुद्वारा श्री हेमकुण्ट साहिब के परिसर में ही फंस गए और बर्फ हटाने का कार्य सेना के जवानों को बंद करना पड़ा। 11 मई शुक्रवार से मौसम खुलने के बाद सेना के जवानों ने यात्रा मार्ग से बर्फ को हटाने का कार्य शुरू कर दिया है। 
गुरुद्वारा श्री हेमकुण्ट साहिब परिसर से लगभग एक किलोमीटर यात्रा पैदल मार्ग से बर्फ को हटा दिया गया है, जबकि अटला कोटि में बने 300 मीटर के ग्लेशियर में से 100 मीटर ग्लेशियर काट दिया गया है। सूबेदार इकबाल सिंह का कहना है कि अगर मौसम ठीक रहा तो 20 मई तक यात्रा पैदल मार्ग से बर्फ  को हटा दिया जाएगा। 
गुरुद्वारा गोबिंद घाट के प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि गुरुद्वारा श्री हेमकुण्ट साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट द्वारा यात्रियों की सुविधा हेतु सभी प्रबंध कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि संगतों के लिए खुशखबरी है कि गोबिंद धाम में भारतीय दूर संचार द्वारा लगाए गए टॉवर ने अपना कार्य शुरू कर दिया है। संगतें बीएसएनएल के सिम से गोबिंद धाम में अपने परिजनों से फोन पर बात कर सकते हैं।  गुरुद्वारा श्री हेमकुण्ट साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपप्रधान सरदार नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा ने बताया कि श्री हेमकुण्ट साहिब जी की यात्रा के लिए पहले जत्थे को 22 मई को ऋषिकेश में केन्द्रीय नगर विकास मंत्री सरदार हरदीप सिंह पुरी भव्य समारोह में झंडी दिखा कर रवाना करेंगे। बिन्द्रा ने बताया कि 22 मई को ऋषिकेश में होने वाले इस भव्य समारोह के लिए तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी गई हैं। यात्रा संबंधी जानकारी के लिए विशेषकर पंजाब व अन्य राज्यों सहित देश-विदेश से भी संगतों के फोन लगातार आ रहे हैं। गुरु महाराज की कृपा से इस बार यात्रा में संगतों का आंकड़ा कई गुना अधिक होगा।