मैं निर्दोष हूं, निलंबन को चुनौती दूंगी : संजीता 

नई दिल्ली, 1 जून (भाषा): भारतीय भारोत्तोलक संजीता चानू ने खुद को निर्दोष करार देते हुए आज कहा कि वह डोप परीक्षण में कथित तौर पर नाकाम रहने के लिए उन पर लगाए गए अस्थायी निलंबन को चुनौती देगी। संजीता ने कहा,‘‘मैं निर्दोष हूं। मैंने कोई प्रतिबंधित दवाई नहीं ली। मैं राष्ट्रीय महासंघ की मदद से इसे चुनौती दूंगी।’’ गोल्डकोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं के 53 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने वाली संजीता को टेस्टोस्टेरोन के लिये पाजीटिव पाये जाने के बाद अंतर्राष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएफ) ने निलंबित कर दिया था। उनका नमूना पिछले साल नवंबर में अमरीका के एनाहीम में विश्व चैंपियनशिप से पहले प्रतियोगिता से इतर लिया गया था। संजीता को हालांकि भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएलएफ) के अध्यक्ष सहदेव यादव का समर्थन हासिल है जिन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि यह मणिपुरी निर्दोष है। यादव ने कहा, ‘‘यह हमारी समझ से परे हैं कि डोप परिणाम में इतनी देर क्यों की गई। नमूना लिये जाने के बाद उसने नवंबर में विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और इसके बाद उसने अप्रैल में गोल्डकोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता। हम इसके खिलाफ लड़ेंगे कि ऐसा क्यों हो रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी मामले में हम ‘बी’ नमूने की जांच के लिये लिखते हैं। परिणाम मिलने के बाद हम (अंतरराष्ट्रीय महासंघ में) मामला रखने के लिए शीर्ष वकील की सेवाएं लेंगे। मुझे पक्का विश्वास है कि संजीता ने कोई प्रतिबंधित दवाई नहीं ली। मुझे पूरा विश्वास है कि हम उसे निर्दोष साबित करने में सफल रहेंगे।’’