देश का बचपन कमज़ोर होगा तो विकास की गति धीमी हो जायेगी - मोदी

नई दिल्ली,11 सितंबर - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश की हज़ारों आंगनवाड़ी और आशा वर्करों के साथ नमो एप के जरिये वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के द्वारा बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश में पोषण और बेहतर सेहत सेवाओं के मुद्दे पर पूरा ध्यान देने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि वह गर्भवती महिलाओं के मुफ़्त इलाज करने वाले डॉक्टरों का धन्यवाद करना चाहते हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि कमज़ोर नींव पर मज़बूत इमारत का निर्माण नहीं हो सकता। इसी तरह यदि देश का बचपन कमज़ोर रहेगा, तो उसके विकास की गति धीमी हो जायेगी। उन्होंने कहा कि टीकाकरण मुहिम इस समय तेज़ रफ़्तार के साथ चल रही है। इस मुहिम में बड़ी संख्या में देश की महिलाओं और बच्चों को शामिल करना बहुत ज़रूरी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मौजूदा समय में एक आशा वर्कर किसी बच्चे के जन्म के बाद उसके पास 42 दिनों में 6 बार जाती है। अब वह इस समय को बढ़ाकर 15 महीने कर रहे हैं। इसके साथ वर्कर ऐसे बच्चों की देखभाल के लिए उनके पास 15 महीनों में 11 बार जा सकेंगी। उन्होंने कहा कि किसी बच्चों के लिए जीवन के पहले हज़ार दिन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इस दौरान मिला पौष्टिक भोजन, खाने -पीने की आदतें यह तय करती हैं कि उसका शरीर किस तरह का बनेगा, पढ़ने -लिखने में वह कैसा होगा, मानसिक रूप से कितना मज़बूत होगा। मोदी के मुताबिक यदि देश का नागरिक सही ढंग से पोषित होगा, विकसित होगा तो देश के विकास को कोई रोक नहीं सकेगा।