ओलंपिक खेलों में पदक हासिल करना मेरा मुख्य लक्ष्य : स्वर्ण सिंह विर्क

जालन्धर, 17 सितम्बर (जतिन्दर साबी) : जकार्ता एशियन खेलों के रोइंग मुकाबलों में स्वर्ण पदक विजयी भारतीय रोइंग टीम के सदस्य स्वर्ण सिंह विर्क ने ‘अजीत भवन’ में अपने विचार सांझे करते हुए कहा कि एशियन खेलों में स्वर्ण पदक जीतना मेरा सर्वोत्तम प्रदर्शन रहा है व अब ओलम्पिक खेलों में पदक जीतना मेरा मुख्य निशाना है व स्वर्ण सिंह विर्क जोकि मानसा ज़िले के गांव दलेल सिंह वाला के साथ संबंधित है, वह भारतीय फौज में इस समय सेवा कर रहा है व इसने रोइंग खेलों की शुरुआत भी फौज में की व गांव में इस खेल संबंधी किसी को कोई जानकारी नहीं है। वह बहुत ही गरीबी के हालातों में निकलकर आज इस मुकाम तक पहुंचा है। विर्क ने बताया कि हमें देशवासियों व भारत के प्रधानमंत्री व खेल मंत्री ने बहुत ही मान-सम्मान दिया है व साथ ही कहा कि पंजाब सरकार को भी खिलाड़ियों को बनती ईनामी राशि जल्दी जारी करनी चाहिए। इस मौके पर उनके साथी रोइंग खिलाड़ी सुखमीत सिंह जोकि मानसा ज़िले के गांव किशनगढ़ फरवाही का रहने वाला व स्वर्ण सिंह विर्क को अपना आदर्श मानता है और कहा कि आज इनकी बदौलत आज वह इस मुकाम तक पहुंचा है और मुझे इस खेल के लिए विर्क ने ही प्रेरित किया है। सुखमीत सिंह ने कहा कि भारत में रोइंग के सैंटर बोर्ड बहुत कम है व कोचों की भी कमी है और इसे जल्द पूरा करना चाहिए। सुखमीत ने कहा कि हमें देशवासियों ने बहुत ही मान-सम्मान दिया है, जिसके साथ ही हमारे हौंसले भी बुलंद हुए हैं। इन दोनों खिलाड़ियों ने बहुत ही गरीबी के हालातों में निकलकर देश के लिए स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम रौशन किया है व देशवासियों को इन पंजाबियों पर सदा मान रहेगा।