लाहौर हाईकोर्ट में लगे ‘भगत सिंह ज़िंदाबाद’ के नारे

अमृतसर, 29 सितम्बर (सुरिंदर कोछड़) : लाहौर हाईकोर्ट की बार एसोसिएशन के डैमोक्रेटिक लॉन में शहीद भगत सिंह मैमोरियल फाऊंडेशन के चेयरमैन इम्तियाज़ रशीद कुरेशी की प्रधानगी में बकायदा केक काट कर शहीद भगत सिंह का दिवस मनाते उनके विचारों पर चर्चा की गई। इस मौके पर उपस्थित वकीलों द्वारा ‘ज़िंदा है, भगत सिंह ज़िंदा है’ और ‘भगत सिंह को हमारा सलाम’ आदि के नारे लगाए गए और शहीद राम प्रसाद बिसमिल का लिखित गीत ‘सर फरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है....’ गुन गुनाया गया। कुरैशी ने अपने संबोधित में कहा कि पाकिस्तान के स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली पुस्तकों में शहीदों के नामों में चाहे कि शहीद भगत सिंह का नाम शामिल नहीं है, परंतु फिर भी बड़ी संख्या में पाकिस्तान की नौजवान पीढ़ी भगत सिंह को अपना हीरो मानती है। उन्होंने कहा कि लाहौर की सैंट्रल जेल में फांसी के तख्ते वाले स्थान जहां भगत सिंह और उनके साथियों को सुखदेव व राज गुरु को फांसी पर लटकाया गया था, के स्थान पर बने चौक के नाम जल्दी पाक सरकार द्वारा भगत सिंह चौक रखा जा रहा है। इस अवसर पर पाक सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील अबदुल रशीद कुरैशी, चौधरी हाफिज़ उर रहमान, राजा जुलकारनैन, सईद मनज़ूर अली गिलानी व अन्य वकील उपस्थित थे। ऊधर पाक के शहर फैसलाबाद के गांव बंगा के चक्क नंबर 105 में मौजूद भगत सिंह के जन्म स्थान उनकी पुश्तैनी हवेली में भी शहीद भगत सिंह के प्रशंसकों द्वारा उनके जन्म दिवस चौधरी साकिब विरक की अगुवाई में बड़े उत्साह से मनाया गया। यह जानकारी  साझी करते हुए बाबर जालन्धरी ने बताया कि जन्म दिवस मौके पर उक्त हवेली के मौजूदा मालिक साकिब विरक ने संबोधन के दौरान शहीद भगत को पाकिस्तान का राष्ट्रीय शहीद बताते हुए कहा कि उनके द्वारा शहीद के जन्म स्थान उक्त घर को ‘हवेली भगत सिंह संधू’ का नाम देते हुए इस का बड़ा भाग अजायब घर में तबदील कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि लाहौर का ब्रैडले हाल जहां महान क्रांतिकारियों शहीद भगत सिंह, सुखदेव, भगवती चरण वोहरा, जय देव गुप्ता, राम कृष्ण व यशपाल ने अपने क्रांतिकारी जीवन की शुरूआत की थी, की मौजूदा समय हालत दहनीय बनी हुई है। उन्होंने पाकिस्तान सरकार द्वारा ब्रैडले हाल का नवनिर्माण करवाकर वहां शहीद भगत सिंह म्यूज़ियम निर्माण किए जाने की मांग की।