खान-पान की इंडस्ट्री विकसित होने से अर्थव्यवस्था में होगा सुधार : सिद्धू

अमृतसर, 12 अक्तूबर (सुरिंदर कोछड़, राजेश कुमार) : पंजाब पर्यटन विभाग और इंडियन फैडरेशन आफ क्यूलिनरी एसोसिएशन (आई.एफ.सी.ए.) के सहयोग के साथ फूड फैस्टीवल वर्ल्ड कल्चरल हैरीटेज कमेटी, वर्ल्ड एसोसिएशन आफ शैफज़ सोसायटी की अगुवाई में किला गोबिंदगढ़ में आज सुबह शुरू किए गए ‘विश्व विरासत सम्मेलन और फूड फैस्टीवल’ का उद्घाटन पर्यटन व स्थानीय सरकार मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा किया गया।  इस मौके उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि यदि खान-पान की इंडस्ट्री अच्छे तरीके से विकसित की जाए तो इससे देश की अर्थव्यवस्था में बड़ा सुधार हो सकता है। उन्होंने इस मौके पर किला गोबिंदगढ़ के अंतिम चरण के निर्माण के लिए 15 करोड़ और स्थनीय टाऊन हाल में निर्मित की जाने वाली फूड स्ट्रीट के लिए 10 करोड़ 76 लाख रुपए जारी किए जाने की घोषणा की। इसके साथ ही यह भी विश्वास दिलाया कि 15 अक्तूबर को मुख्मंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के अमृतसर आने पर वह पर्यटन क्षेत्र के विस्थार के लिए 100 करोड़ की और भी ग्रांट जारी करेंगे। इस मौके पर माया नगरी के प्रबंधक बीबी दीपा शाही, पूर्व विधायका डा. नवजोत कौर सिद्धू, डिप्टी कमिश्नर स. कमलदीप सिंह संघा, ज़िला पुलिस कमिश्नर एस.एस. श्रीवास्तवा, पी.आई.यू. के प्रौजैक्ट मैनेजर ए.आर. मिश्रा आदि उपस्थित थे। इंडियन फैडरेशन आफ क्यूलीनरी एसोसिएशन के प्रधान शैफ मनजीत सिंह गिल ने कहा कि खाना बनाना जहां एक कला है, वहीं ही बने हुए पकवानों को बेहतर ढंग से परोसना उससे भी बड़ी कला है। उन्होंने कहा कि यह सोच बिल्कुल बदल चुकी है कि खाना बनाने में सिर्फ महिला का काम नहीं होता है। अब पुरुषों में भी पकवान कला के बारे दिलचस्पी बढ़ रही है। डिप्टी कमिश्नर स. कमलदीप सिंह संघा ने कहा कि अमृतसर में होने वाले विश्व विरासत पकवान सम्मेलन और फूड फैस्टीवल अपनी तरह का ऐसा पहला सम्मेलन है, जिसमें लगभग 70 देशों के शैफ द्वारा एक-साथ अपने-अपने देशों का रिवायती भोजन तैयार किया जाएगा।