पाक करवा रहा है गुरु नानक देव जी की वाणी का चीनी भाषा में अनुवाद

अमृतसर, 17 अक्तूबर (सुरिंदर कोछड़) : लाहौर के पंजाब इंस्टीच्यूट आफ लैंगवेज़, आर्ट एंड कल्चर (पिलाक) के अधीन आते पंजाब जियांगसु कल्चर सैंटर द्वारा गुरु नानक देव जी की वाणी सहित प्रमुख पंजाबी सूफी कवियों द्वारा कविताओं का चीनी भाषा में अनुवाद करके इसको एक पुस्तक का रूप दिया जा रहा है। यह जानकारी देते हुए पिलाक के डायरैक्टर सचिव डा. सुगरा सदफ ने बताया कि यह पुस्तक आते नवम्बर महीने प्रकाशित करके इसे शानदार समारोह में जारी किया जाएगा। सूफी साहित्य में रुचि रखने वाले चीनी भाषा के जानकार इस पुस्तक की मार्फत पहले पातशाही गुरु नानक देव जी सहित बाबा फरीद, शाह हुसैन, बाबा बुल्ले शाह, वारिस शाह, सुल्तान बाहू, मियां मुहम्मद बख्शी और ख्वाजा गुलाम फरीद द्वारा रचे गए कलाम से अवगत हो सकेंगे। बीबी सफद ने कहा कि पंजाबी सूफी कवियों ने अपनी कविता द्वारा मानवता के लिए शांति और प्यार का संदेश फैलाया था और चीनी में अनुवाद किए जाने के बाद यह पुस्तक अब चीनियों तक यह संदेश पहुंचाएगा। उनके अनुसार उक्त प्रकाशन प्रोजैक्ट के साथ-साथ चीनी और उर्दू के सुमेल के साथ कई सभ्याचारक कार्यक्रम भी करवाए जा रहे हैं। पंजाब जियांगसु कल्चरल सैंटर के डायैरक्टर हैदर गाज़ी ने कहा कि सूफी कवियों के कलाम के बारे प्रकाशित की जाने वाली उक्त पुस्तक का उद्द्ेश्य सिर्फ पाकिस्तान की नर्म छवि को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फैलाना नहीं, बल्कि इसके द्वारा बड़ी संख्या में पाठकों के साथ सूफी कवियों के संदेश को साझा करना भी है। हैदर गाज़ी ने कहा कि इस पुस्तक का मूल पंजाबी में होगा। जो चीनी पाठकों की सुविधा के लिए रोमन शैली में प्रकाशित की जाएगी और यह पुस्तक चीनी भाषा के विशेषज्ञ द्वारा अनुवाद की जा रही है।