ब्रिटिश शासन की यादें ताज़ा करेगी कचहरी की डेढ़ सदी पुरानी इमारत

अमृतसर, 23 मार्च (सुरिंदर कोछड़): वर्ष 1876 में अमृतसर के तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर सी.एच. हाल के कार्यकाल में निर्मित की गई ज़िला कचहरी की इमारत अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुकी है। ब्रिटिश शासनकाल में मिस्त्री भाई राम सिंह (लाहौर के मियाओ कालेज आफ आर्ट्स आफ आर्ट्स के प्रिंसीपल) द्वारा तैयार किए गए नक्शे के आधार पर निर्मित की गई ज़िला कचहरी की उक्त इमारत ब्रिटिश शासन की यादें ताज़ा कर रही है और अब इसमें प्रदेश सरकार के चंडीगढ़ स्थित सचिवालय की तज़र् पर मिनी सचिवालय का निर्माण किया जा रहा है। कचहरी की ऐतिहासिक इमारत में तैयार किए जा रहे मिनी सचिवालय को विरासती रूप देने के लिए इस पर बाकायदा खालसाई अंदाज में सुंदर आकर्षित गुंबद भी बनाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि बेसमैंट व चार मंज़िला मिनी सचिवालय की इमारत की दीपक बिल्डज़र् नामक कम्पनी द्वारा शुरू किए गए नवनिर्माण व सौंदर्यीकरण की प्रक्रिया फरवरी 2017 तक मुकम्मल की जानी थी, परंतु वर्ष 2014 में फंडों की आई कमी के चलते लगभग दो वर्ष के लिए इसका काम ठप्प रहा। निर्माण कार्य रुकने के कारण इसके बजट में भी वृद्धि हुई है। उल्लेखनीय है कि ज़िला कचहरी की उक्त इमारत बनने से पहले ब्रिटिश सरकार द्वारा स्थानीय राम बाग स्थित महाराजा रणजीत सिंह के समर पैलेस में डिप्टी कमिश्नर की अदालत कायम की गई थी।