‘साऊथ एशियन अमरीकन लीडिंग टुगैदर’ के सदस्यों द्वारा व्हाइट हाऊस आगे प्रदर्शन

कैलिफोर्निया, 6 अप्रैल (हुसन लड़ोआ बंगा): अनेकों डैमोक्रेटिक कानून निर्माताओं ने साऊथ एशियन-अमरीकन एडवोकसी ग्रुपों का समर्थन किया है जो ग्रुप भारत व उप महाद्वीप के अन्य देशों के शरणार्थी दावेदारों को दरपेश मुश्किलों व मुद्दों के हल के लिए प्रयत्नशील हैं। इस संबंध में ‘साऊथ एशियन अमरीकन लीडिंग टुगैदर’ (साल्ट) के सदस्यों ने व्हाइट हाऊस आगे प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का उद्देश्य मैक्सिको के बार्डर व अमरीका में अन्य जगहों पर मौजूद डिटैंशन केन्द्रों पर ध्यान केन्द्रित करना था। इस अवसर पर अमरीका में शरण का इंतजार कर रहे दक्षिण एशियाई लोगों के साथ एकजुटता प्रकटाई गई। इस प्रदर्शन में साल्ट के साथ अन्य जिन ग्रुपों व संस्थाओं ने शिरकत की उनमें सिख कुलीशन, सिख अमरीकन लीगल डिफैंस एंड एजुकेशन फंड (सालडढ), एनडोकू ब्लैक नैटवर्क, डिटैंशन वाच नैटवर्क, यूनाइटेड वी ड्रीम व फ्रिडम फार इमिग्रांटस शामिल हैं। सम्मेलन में लक्ष्मी श्रीडारन अंतिरम सह कार्यकारी डायरैक्टर साल्ट, रूबी कौर अटार्नी, दीप सिंह कार्यकारी डायरैक्टर जकार्ता मूवमैंट व अन्यों पर आधारित पैनल ने आरोप लगाया कि डिटैंशन केन्द्रों में मानवीय अधिकारों की उल्लंघना की जा रही है। कैदियों को स्वास्थ्य सुविधाएं देने से इन्कार किया जा रहा है व उनकी धार्मिक मान्यताओं की उल्लंघना हो रही है जिस कारण कैदियों को भूख हड़ताल करनी पड़ी। इस अवसर पर उपस्थित सांसदों में जूटी चू, कारने बास व मार्क टकानो (सभी कैलिफोर्निया), सुज़ाने बोनामिकी उरगेन, गरेश मैंग न्यूयार्क व वैरोनीका एस्कोबल टैकसास शामिल थे। इन कांग्रेस सांसदों ने डिटैनशन केन्द्रों में हालात को लेकर ट्रंप प्रशासन की निंदा की व कहा कि उन्होंने डिटैंशन केन्द्रों के दौरे दौरान वहां के बुरे हालत देखे हैं।