भारत को विकसित होना है, तो हमें दूसरों पर अपनी निर्भरता को कम करना ही होगा - पीएम मोदी 

पोखरण, जैसलमेर (राजस्थान), 12 मार्च - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज हमने यहां अपनी तीनों सेनाओं के जो पराक्रम देखा। वह अद्भूत है। आसमान में ये गरजना, जमीन पर ये जाबाजी, चारों दिशाओं में गूंजता ये विजय घोष,ये नए भारत का आह्वान है। आज हमारा पोखरण एक बार फिर भारत की आत्मनिर्भरता, भारत के आत्मविश्वास और भारत के आत्मगौरव की त्रिवेणी का साक्षी बना है।  यही पोखरण है, जो भारत की परमाणु शक्ति का साक्षी रहा है और यहीं पर हम आज स्वदेशीकरण से सशक्तिकरण का दम भी देख रहे हैं। विकसित भारत की कल्पना, आत्मनिर्भर भारत के बिना संभव नहीं है। भारत को विकसित होना है, तो हमें दूसरों पर अपनी निर्भरता को कम करना ही होगा।  इसलिए आज भारत, खाने के तेल से लेकर आधुनिक विमान तक, हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर बल दे रहा है। कल ही भारत ने एमआईआरवी तकनीक के साथ स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि-5 मिसाइल का पहला सफल उड़ान परीक्षण किया। दुनिया में बहुत कम देशों के पास यह उन्नत तकनीक है। यह रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है। हमारी तोपों, टैंकों, लड़ाकू जहाजों, हेलीकॉप्टर, मिसाइल सिस्टम की जो गर्जना आप देख रहे हैं, यही तो भारत शक्ति है। हथियार और गोला-बारूद, संचार उपकरण, साइबर और स्पेस तक हम मेड इन इंडिया की उड़ान अनुभव कर रहे हैं।  यही तो भारत शक्ति है। बीते 10 वर्षों में हमने देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक के बाद एक बड़े कदम उठाए हैं।  हमने नीति-विषयक सुधार किए, रिफॉर्म्स किए, हमने प्राइवेट सेक्टर को इससे जोड़ा, हमने MSME स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित किया। आज देश में उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में डिफेंस कॉरीडोर बन रहे हैं। इनमें अब तक 7 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश हुआ है। आज हेलीकॉप्टर बनाने वाली एशिया की सबसे बड़ी फैक्टरी भारत में काम करना शुरू कर चुकी है।