बुडापेस्ट में थर्मल स्नान का अनुभव
बुडापेस्ट यूरोप का सबसे बड़ा स्पा शहर ही नहीं है बल्कि बहुत बड़ा बाथटब है। अपनी पत्रकारिता के जीवन में मैंने कपड़े पहनकर ही सेलेब्रिटीज़ व अन्य लोगों से इंटरव्यू किये हैं। लेकिन कभी-कभी ऐसा भी करना पड़ता है कि आपको अपनी विक्टोरियाई नैतिकता ताक पर रखकर बहाव के साथ बहना पड़ता है और, वो कहते हैं न, रोम में वैसा ही करो जैसा कि रोमन करते हैं। अपने गाइड बोरिस से मिलने के आधा घंटे बाद हम दोनों गर्म बाथ में नहाने के दौरान, बुडापेस्ट में वामपंथ के 1989 में पतन के बाद जीवन पर वार्ता कर रहे थे और एक-दूसरे से आंखें चुराते हुए गेल्लर्ट के सुंदर आर्ट नोव्यू आर्किटेक्चर को निहार रहे थे।
बुडा, ओबुडा व पेस्ट में 123 चश्मे हैं, जिनसे रोज़ाना लगभग 70 मिलियन लीटर पानी निकलता है और 47 पब्लिक व प्राइवेट बाथ्स को सप्लाई किया जाता है, जिनमें से 12 में विस्तृत मैडीकल सुविधाएं हैं। इन बाथ्स में तापमान 24 से 78 डिग्री सेल्सियस रहता है। अनेक चश्मों में सल्फर भी होता है और हल्के से रेडियोएक्टिव भी हैं, लेकिन डरने की आवश्यकता नहीं है; क्योंकि इनका प्रयोग गठिया बाय, रक्त संचार डिसऑर्डर और गायनोकोलिजिक्ल शिकायतों को दूर करने के लिए किया जाता है। वह काम करते हैं, लेकिन अधिकतर लोग पूर्णत: भाप से रिलैक्स होने के लिए आते हैं। निश्चितरूप से गेल्लर्ट बाथ्स अपमार्किट है, लेकिन इस समय दुनियाभर के पांच सितारा होटलों में जो लक्ज़री हेल्थ क्लब हैं, उनसे बहुत पीछे है। सभी अन्य बाथ्स की तरह, इसमें भी सख्ती से इस नियम का पालन किया जाता है कि एक दिन केवल महिलाओं के लिए और दूसरा दिन केवल पुरुषों के लिए निर्धारित रहता है- अधिकतर स्नानकर्ता अपने जन्म के समय के ‘कपड़ों’ में होते हैं।
बाथ में प्रवेश करने पर आपको एक लंगोट और एक तौलिया दिया जाता है जोकि चादर जैसा अधिक होता है। 15 से 40 मिनट का मस्साज दिया जाता है, जोकि गाइडबुक के अनुसार ‘इतना अधिक ज़ोर का अनुभव है जो कमज़ोर दिल वालों के लिए नहीं है’। लेकिन जब बात हेल्थ व ब्यूटी ट्रीटमेंट की आती है तो मैं हर चीज़ के अनुभव के लिए तैयार रहता हूं, बशर्ते उसमें डरावने शब्द शामिल न हों।
अब समय एक अन्य डुबकी लगाने का था। इस बार बुडापेस्ट के अति सुंदर पब्लिक बाथ किराली में। यहां वामपंथ की मुलाकात तुर्की से होती है और वह भी विख्यात कपोला में। गर्म पानी में सल्फर की गंध थी। बताया गया था कि इससे शरीर की झुर्रियां दूर होती हैं। मैं तो यही सोचकर कपोला छत की सुंदरता को देख रहा था। चेंज रूम में वापस लौटने पर जब मैं अपने गीले बदन को सुखा रहा था तो गंवारूपन से मेरे संक्षिप्त रोमांस का अंत हो गया। मेरी उंगली की चांदी की अंगूठी काली पड़ गई थी और मेरी त्वचा व बालों से सड़े हुए अंडों की बदबू आ रही थी। अब तक बोरिस और मैं अच्छे दोस्त बन गये थे और परफ्यूम व डियोडरंट भी शेयर कर रहे थे।
इससे तो अच्छा होता कि मैं अपने होटल के लक्ज़री खुशबूदार स्पा में ही रहता। लेकिन बुडापेस्ट की स्नान संस्कृति को बिना गंवारू हुए और पब्लिक बाथ में जाये बिना नहीं समझा जा सकता था। एक बार तो ऐसा करना ही था, विशेषकर इसलिए कि हंगरी की स्वतंत्रता व लिंग समता को उसके स्नानघरों में ही अनुभव किया जा सकता है, जहां बिज़डनेस मीटिंग्स तक होती हैं।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर